Rafting Championship: कुल्लू में अखिल भारतीय राफ्टिंग चैंपियनशिप शुरू

कुल्लू जिला के पीरड़ी में राष्ट्रीय राफ्टिंग चैंपियनशिप (National Rafting Championship) बुधवार को शुरु हो गई। चैंपियनशिप में देश के 11 राज्यों के 200 से अधिक पुरूष और महिला खिलाड़ी भाग ले रहे हैं।
 

कुल्लू। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला के पीरड़ी में राष्ट्रीय राफ्टिंग चैंपियनशिप (National Rafting Championship) बुधवार को शुरु हो गई। तीन दिन तक चलने वाली राष्ट्रीय राफ्टिंग चैम्पियनशिप का शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने उद्घाटन किया। चैंपियनशिप में देश के 11 राज्यों के 200 से अधिक पुरूष और महिला खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। इस चैंपियनशिप का आयोजन हि.प्र. कायकिंग एवं कैनोईंग एसोसियेशन द्वारा जिला रिवर राफ्टिंग एसोसियेशन के सहयोग से किया गया है। चैंपियनशिप को पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा प्रायोजित किया गया है।

गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि जिला के लिए यह गौरव की बात है कि यहां चार सालों में दूसरी बार यह चैंपियनशिप करवाई जा रही है। प्रतियोगिता जिला के युवाओं को राफ्टिंग जैसे साहसिक खेल के लिए प्रेरित करेगी। अधिक से अधिक युवा इस क्षेत्र में आकर अपना रोजगार भी अर्जित कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि जिला में ब्यास की लहरें राफ्टिंग जैसे खेल के लिये आकर्षित करती हैं और यहां हर साल हजारों सैलानी इस खेल का अनुभव और आनंद लेते हैं।

गोविंद ठाकुर ने कहा कि कुल्लू-मनाली की वादियां काफी खूबसूरत और साहसिक पर्यटन के लिए मशहूर है। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी इन वादियों में आकर चिंतन व मनन तथा काव्य पाठ किया करते थे। अत्याधुनिक अटल टनल रोहतांग उन्हीं की सोच का नतीजा है, जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 3 अक्तूबर 2020 को राष्ट्र को सौंप करके प्रदेश के लिये एक बहुत बड़ी सौगात दी है। अटल टनल का हर कोई दीदार करना चाहता है। 


शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस प्रकार की साहसिक खेलों को हर व्यक्ति नहीं कर सकता और एक सुनियोजित प्रशिक्षण की आवश्यकता रहती है। इस खेल में सुरक्षा के भी अच्छे प्रबंध करने के लिए उन्होंने आयोजकों से कहा ताकि किसी प्रकार की अनहोनी की आशंका न रहे और प्रदेश से बाहर एक अच्छा और स्वस्थ संदेश जाए। 

उन्होंने कहा कि साहसिक खेलों के लिए जिला का वातावरण काफी अनुकूल है। यहां रिवर राफ्टिंग, पैरा ग्लाईडिंग, स्कीइंग, रॉक क्लाईबिंग जैसी साहसिक गतिविधियां बड़े पैमाने पर की जाती है जिससे हजारों युवाओं को रोजगार मिला है। उन्होंने कहा हालांकि सरकारी नौकरियों में खिलाड़ियों के लिये तीन प्रतिशत का आरक्षण प्रदान किया गया है, लेकिन यदि युवा अपने उद्यम स्थापित करें तो बहुत से अन्य युवाओं के लिये भी रोजगार प्रदाता बन सकते हैं।


उपायुक्त एवं जिला राफ्टिंग एसोसियेशन के अध्यक्ष आशुतोष गर्ग ने खिलाड़ियों का आह्वान किया कि वे खेल को खेल की भावना के साथ खेंले और यहां की सुंदर वादियों का लुत्फ उठाए। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी इस प्रकार की साहसिक खेल प्रतियोगिताओं को जिला में करवाने के प्रयास किए जाएंगे। हिमाचल प्रदेश कायकिंग एवं कैनोईंग एसोसियेशन के महासचिव डॉ. पी.एस. गुलेरिया ने स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इसी वर्ष हिमाचल प्रदेश में तीसरी साहसिक चैम्पियनशिप का आयोजन किया जा रहा है।