आजादी का अमृत महोत्सवः विधिक सेवा प्राधिकरण ने निकाली प्रभात फेरी 

जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण ने आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) के अंतर्गत Pan India Legal Awareness and Outreach अभियान के समापन अवसर पर शनिवार को चम्बा में प्रभात फेरी निकाली
 

चम्बा। जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण ने आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) के अंतर्गत पैन इंडिया लीगल अवेयरनेस एण्ड आउटरीच (Pan India Legal Awareness and Outreach) अभियान के समापन अवसर पर शनिवार को चम्बा में प्रभात फेरी निकाली। प्रभात फेरी सुबह न्यायालय परिसर से आरंभ होकर शहर के विभिन्न मोहल्लों से गुजरती हुई वापिस न्यायालय परिसर में संपन्न हुई। जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शरद लगवाल, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सचिन रघु, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पंकज गुप्ता ने प्रभात फेरी में हिस्सा लिया। 


जिला एवं सत्र न्यायाधीश शरद लगवाल ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष पर आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार पैन इंडिया लीगल अवेयरनेस एण्ड आउटरीच अभियान के अंतर्गत 2 अक्टूबर से 14 नवम्बर तक विशेष विधिक  जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अभियान का मुख्य  उद्देश्य कानूनी  जानकारी को आम जनता तक पहुंचाना और कानूनी अधिकारों के प्रति लोगों को जागरूक करना था। 


पैन इंडिया लीगल अवेयरनेस एण्ड आउटरीच (Pan India Legal Awareness and Outreach) अभियान के अंतर्गत 2 अक्टूबर से 14 नवम्बर तक लोगों कानूनी जागरूकता (Legal Awareness) के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए ज़िला के ग्रामीण क्षेत्रों में  शिविरों का आयोजन किया और लोगों को उनके विधिक अधिकारों के प्रति जानकारी दी गई । इसके अलावा डोर टू डोर अभियान भी चलाया गया। चंबा चौगान में प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया जिसमें न्यायिक उपलब्धियां को प्रदर्शित किया गया था। 

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उन्होंने ने कहा राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) के साथ मिलकर चम्बा और चुवाड़ी में महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति भी जागरूक किया गया। भरमौर में भी जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। स्कूलों में बच्चों को उनके अधिकारों और अधिकारों के उपयोग बारे भी जानकारी दी गई। इसके अतिरिक्त बाल दिवस के अवसर पर झुग्गी-झोपड़ियों व श्रमिक बस्तियों में जाकर बच्चों को पुनर्वास और उनके अधिकारों के प्रति भी जागरूक किया गया। प्रभात फेरी में अधिवक्ताओं, डीएवी स्कूल के छात्रों व स्थानीय महिला मंडलों और स्वयंसेवी संस्थाओं ने भाग लिया।