दिल्ली जाएं या चंडीगढ़, हिमाचल के विधायकों को नहीं मिलेंगी ये सुविधाएं

हिमाचल से बाहर जाने पर प्रदेश के विधायकों को वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं मिलेगा। उन्हें आम नागरिकों की तरह पैसे खर्च करने होंगे।

 

शिमला। हिमाचल प्रदेश से बाहर जाने पर अब हिमाचल प्रदेश के विधायकों को वीआईपी सुविधाएं नहीं मिलेंगी। हिमाचल की नवनिर्वाचित सरकार ने विधायकों को मिलने वाली सभी वीआईपी सुविधाएं बंद कर दी हैं। हिमाचल से बाहर जाने पर प्रदेश के विधायकों को वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं मिलेगा। उन्हें आम नागरिकों की तरह पैसे खर्च करने होंगे। 

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अब हिमाचल प्रदेश के विधायकों को चंडीगढ़ और दिल्ली स्थित हिमाचल सदन और हिमाचल भवन में रहने पर किराया चुकाना होगा। सरकारी गेस्ट हाउसों में उन्हें आम नागरिकों जैसी सुविधाएं मिलेंगी। यह फैसला विधायक दल की बैठक में लिया गया। सोमवार को कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग शिमला स्थित सचिवालय में हुई, जिसकी अध्यक्षता CM सुखविंदर सिंह सुक्खू ने की।

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कई विधायक बैठक में नहीं पहुंचे

बैठक में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के साथ उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री भी रहे। यह बैठक पार्टी की इंटरनल और अनौपचारिक बैठक बताई गई। इसमें मंत्रियों के नामों पर भी मंथन किया गया। बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक कर्नल धनीराम शांडिल के अलावा कुछ अन्य विधायक भी नहीं पहुंचे। विधायक दल की इस बैठक में मुख्यमंत्री सभी विधायकों से काम को लेकर आगे के रोडमैप पर चर्चा हुई। 

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काम करने में कोई दिक्कत न हो

विधायकों से कहा गया कि जिस काम के लिए लोगों ने उन्हें चुनकर भेजा है, उसे करने में किसी तरह की कोताही नहीं बरती जाए। सब को मिलकर काम करना होगा। लोगों को उनसे काफी उम्मीदें हैं। हम सबको मिलकर उन उम्मीदों पर खरा उतरना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें काम को लेकर किसी भी तरह की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। सरकार और संगठन काम को लेकर उनका पूरा साथ और सहयोग देंगे।