हमीरपुर : सैनिक आशीष को मिला सेना मेडल, आतंकवादी को मारकर दिया था अदम्य साहस का परिचय

आशीष ने अपनी बारहवीं तक की पढ़ाई राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जोलसप्पड़ से पूरी की थी। उसके बाद  राजकीय महाविद्यालय हमीरपुर में आगामी पढ़ाई के लिए दाखिला लिया। लेकिन कॉलेज की पढ़ाई बीच में ही छोड़कर 8 वर्ष पूर्व 24 ग्रेनेडियर में भर्ती हो गए।
 

हमीरपुर ।  उपमंडल नादौन के रंगस गांव के निवासी भारतीय सेना में सेवारत सिपाही आशीष ठाकुर को सेना मेडल से नवाजा गया है। बीते सप्ताह सेना के कार्यक्रम के दौरान लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह भिंडर ने बहादुरी एवं अदम्य साहस के लिए उन्हें सेना मेडल से अलंकृत किया। 23 जून 2020 को जम्मू-कश्मीर के एक गांव में तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने सैन्य बल पर अंधाधुंध फायरिंग की थी।


उस समय आशीष ठाकुर ने अभूतपूर्व साहस का परिचय देते हुए मुठभेड़ में एक आतंकवादी को मार गिराया था। आशीष ने अपनी बारहवीं तक की पढ़ाई राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जोलसप्पड़ से पूरी की थी। उसके बाद नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महाविद्यालय हमीरपुर में आगामी पढ़ाई के लिए दाखिला लिया। लेकिन कॉलेज की पढ़ाई बीच में ही छोड़कर 8 वर्ष पूर्व 24 ग्रेनेडियर में भर्ती हो गए।


उसके बाद उनकी तैनाती 55 राष्ट्रीय राइफल में जम्मू कश्मीर के दुर्गम क्षेत्र पुलवामा में हो गई। वहीं पर बहादुर सैनिक ने अपने अदम्य साहस का पराक्रम दिखाया था। उसी के चलते सेना की दक्षिण-पश्चिमी कमान की ओर से जयपुर में आयोजित कार्यक्रम में आशीष ठाकुर को सेना मेडल से अलंकृत किया गया है।

यह भी पढ़ेंः-   नवोदय विद्यालय में पढ़ाई करने का सुनहरा मौका, इन दिन होगी प्रवेश परीक्षा 

आशीष के पिता रमेश चंद एक निजी कंपनी में नौकरी करते हैं, जबकि माता माया देवी आयुर्वेद विभाग में सेवारत हैं। आशीष के माता-पिता, धर्मपत्नी पूनम ठाकुर, बहन अंकू-सप्पू, राजेंद्र सिंह और चाची संतोष कुमारी ने आशीष को सेना मेडल मिलने के मौके पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। आशीष के पिता ने बताया कि आशीष के घर पहुंचने पर सभी इलाका वासियों के साथ मिलकर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।