हिमाचल उपचुनावः क्या हैं BJP की हार का कारण ? CM जयराम ने बताई ये वजह
हिमाचल में अगले साल के अंत में विधानसभा चुनाव (Assembly elections) होने वाले हैं और चुनाव से साल भर पहले भाजपा (BJP) को झटका लगा है।
हिमाचल में उपचुनाव (Himachal By-Election) के नतीजे चौंकाने वाले हैं। हिमाचल में अगले साल के अंत में विधानसभा चुनाव (Assembly elections) होने वाले हैं और चुनाव से साल भर पहले भाजपा (BJP) को झटका लगा है। हिमाचल प्रदेश में मंडी लोकसभा और अर्की, फतेहपुर, जुब्बल-कोटखाई विधानसभा सीट पर भाजपा को करारी हार मिली है। इसके बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Cm JaiRam Thakur) ने बड़ा बयान दिया हैं। उन्होंने हार का ठीकरा एक तरह से केंद्र सरकार पर ही फोड़ा है। उन्होंने कहा कि बढ़ती महंगाई के चलते प्रदेश में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है।
कांग्रेस उम्मीदवार एवं पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह (Pratibha Singh) ने मंडी लोकसभा (Mandi Loksabha) सीट से जीत हासिल की है। मंडी लोकसभा सीट मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बनी हुई थी। कारण यह था कि मंडी लोकसभा सीट उनके (Cm JaiRam Thakur) गृह जिले में आती है। प्रतिभा सिंह ने भाजपा के ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर (Brigadier Khushal Thakur) को 7,490 मतों के मामूली अंतर से हराया। मंडी लोकसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में 12661 मतदाताओं ने नोटा के पक्ष में मतदान किया है।
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हार के बाद सीएम जयराम ठाकुर ने किया ट्वीट
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि उपचुनाव में आए जनमत का वे सम्मान करते हैं। उन्होंने कांग्रेस के विजयी प्रत्याशियों को बधाई दी। साथ ही कहा कि भाजपा और शीर्ष नेतृत्व ने मिलकर उपचुनाव लड़ा और बहुत मेहनत की है, लेकिन परिणाम आशा के अनुकूल नहीं रहा। हार के कारणों पर मंथन किया जाएगा और 2022 के विधानसभा चुनाव में जीत के लक्ष्य को लेकर रूपरेखा तैयार की जाएगी।
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कांग्रेस उम्मीदवारों ने अर्की, जुब्बल-कोटखाई और फतेहपुर विधानसभा क्षेत्रों में बड़े अंतर से जीत हासिल की। कांग्रेस के दिग्गज और छह बार के मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह की विरासत को देश के सबसे कठिन और विशाल निर्वाचन क्षेत्रों में से एक, मंडी के संसदीय उपचुनाव के दौरान भाजपा के मुख्यमंत्री ठाकुर की विश्वसनीयता के खिलाफ एक प्रकार के परीक्षण या टेस्टिंग के लिए रखा गया था।
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