हिमाचल में श्रीलंका जैसे हालात... CM सुक्खू के बयान पर घमासान, जयराम ने कही ये बात

Himachal Politics: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है जब कोई मुख्यमंत्री अपने नाम पर किसी योजना को शुरू कर रहा हो। पिछली सरकारों में शुरू की गई योजनाओं के नाम को बदलकर अपने नाम पर योजनाएं शुरू करना यह हिमाचल के लिए अच्छी परंपरा नहीं है।
 

शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के बीच इन दिनों आरोप-प्रत्यारोप को दौर चल पड़ा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री हिमाचल की बिगड़ी हुई अर्थव्यवस्था को लेकर पूर्व की भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश की तुलना श्रीलंका की अर्थव्यवस्था से की थी। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने यह भी कहा था कि आज प्रदेश सरकार को लोन पिछली सरकार के लिए लेना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री के इसी बयान पर पलटवार करते हुए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू लगातार प्रदेश की जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं।

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जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल की आर्थिक स्थिति कि श्रीलंका की अर्थव्यवस्था से तुलना करना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। मुख्यमंत्री को इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू आंकड़ा पेश करते हैं कि प्रदेश पर 75,000 करोड का कर्ज है और कभी कहते हैं कि सरकार को 91,000 करोड़ की देनदारियों है। इस तरह के आंकड़ों से प्रदेश की जनता को गुमराह किया जा रहा है। जबकि हिमाचल प्रदेश पर कुल 69,600 करोड़ का कर्ज था।
 

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नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की छवि प्रदेश में नायक की तरह बताई जा रहे है, लेकिन जिस तरह के फैसले वो ले रहे हैं कहीं उनकी छवि उल्टी ना पड़ जाए। प्रदेश सरकार लगातार पिछली सरकार के फैसलों को बदलने का काम कर रही है। यहां तक कि जिन संस्थानों को बंद करके कांग्रेस सरकार कह रही है कि उनकी वजह से प्रदेश पर 5000 करोड़ का अतिरिक्त बोझ पड़ रहा था लेकिन वह संस्थान कैबिनेट की बैठक में पर्याप्त बजट मुहैया करवाने के बाद भी खोले गए थे। प्रदेश सरकार को जहां रिसोर्स मोबिलाइजेशन के बारे में सोचना चाहिए।वहीं प्रदेश में संस्थानों को बंद करके प्रदेश की जनता को ही लाभ पहुंचाने का काम किया जा रहा है।

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कमजोर अर्थव्यवस्था का रोना रो रही: जयराम ठाकुर

कांग्रेस सरकार काफी धीमी गति से चल रही है। इस सरकार में हर काम धीरे-धीरे किया जाता है। जब से सरकार सत्ता में आई है तब से वह वादे पूरे नहीं हुए हैं, जो उन्होंने चुनाव में आने से पहले किए थे। चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी ने जो वादे प्रदेश की जनता से किए थे उसमें से एक भी वादा अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। चुनाव से पहले कांग्रेस ने वादा किया था कि पहली कैबिनेट की बैठक में हर वादे को अमलीजामा पहनाया जाएगा लेकिन प्रदेश सरकार ने अभी तक एक वादे पर मुहर नहीं लगाई है । लेकिन सरकार बिना वजह कमजोर अर्थव्यवस्था का रोना रो रही है। अब प्रदेश की जनता को इंतजार है कि कब उनसे हुए वादे पूरे हो सकें।