Hamirpur : आपका विधायक आपके द्वार कार्यक्रम में विधायक Inder Dutt Lakhanpal ने सुनी जनसमस्याएं
हमीरपुर । "आपका विधायक आपके द्वार" कार्यक्रम के तहत बड़सर विधायक इन्द्रदत्त लखनपाल रविवार को ग्राम पंचायत दंदवीं में पंहुचे। विधायक इन्द्रदत्त लखनपाल ने इस दौरान ग्रामीणों की समस्याओं को गंभीरता से सुना तथा उन समस्याओं के निस्तारण के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत दंदवीं के विकास कार्यों पर अब तक 70 लाख से अधिक की राशि खर्च की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में भाजपा सरकार होने के बाबजूद उन्होंने बड़सर के विकास में किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी है। हालांकि बड़सर के ही कुछ छुटभैया नेताओं ने विकास की गति को रोकने के प्रयत्न जरुर किए है, उनके मनसुबे पुरे नहीं हो सके हैं।
उन्होंने बताया कि बड़सर के विकास व समस्याओं को लेकर वे विधानसभा विस में भी सरकार को घेरते रहे हैं और आगे भी बड़सर के विकास के लिए लड़ते रहंगे। उन्होंने बताया कि बड़सर विधानसभा क्षेत्र में विकास की गति को तेज करने के लिए विधायक प्राथमिकता के तहत विभीन योजनाओं के तहत करोड़ों की स्वीकृति मिली है, जिससे क्षेत्र के हर वर्ग को ध्यान में रखकर विकास करवाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि विधायक प्राथमिकता के तहत करीब साधे 6 करोड़ से शुदर- बतलाऊ शुक्कर खड्ड पर पुल का निर्माण किया जाएगा, जिसके लिए शीघ्र कार्य शुरू होने बाला है। उन्होंने तंज कसते हुए बताया कि बड़सर में भाजपा नेताओं की एक लंबी लाइन है, जो खुद को भाजपा का नेता साबित करने में लगी हुई है, लेकिन एक भी नेता आज दिन तक प्रदेश में भाजपा की सरकार होने के बाबजूद कोई बड़ी योजना बड़सर को नहीं दिला पाई है। उन्होंने कहा कि जो कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में कम हुए हैं।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी बड़सर दौरे के दौरान उन्ही कार्यों के उद्घाटन व शिलान्यास कर वाहवाही लुटने का प्रयास किया है, लेकिन बड़सर भाजपा की गुटबाजी के चलते इसमें में भी ये लोग कामयाब नहीं हो पाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश भाजपा सरकार के कार्यकाल में महंगाई सातवें आसमान पर है। हर वर्ग का युवा अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर संघर्ष कर रहा है। कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हो रहे हैं, लेकिन सरकार इन लोगों की समस्याओं को सुलझाने के बजाए इनके तबादलों में लगी हुई है। प्रदेश में बेरोजगारी की दर लगातार बढ़ रही है, लेकिन सरकार सरकारी कार्यालयों में पद खली होने के बाबजूद इन्हें भरने में भी हिचकिचाहट में है।