Indian Navy के शौर्य दिवस के रूप में मनाया जाता है 4 दिसम्बर
4 दिसंबर 1971 को नौसेना (Navy) ने कराची स्थित पाकिस्तानी नौसेना (Navy) के हेड क्वार्टर पर हमला किया और पाकिस्तान (Pakistan) के छक्के छुड़ाए थे ।
Dec 5, 2021, 13:03 IST
हमीरपुर। 4 दिसंबर भारतीय नौसेना (Indian Navy) के शौर्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन भारतीय इतिहास में बहुत ही विशेष स्थान रखता है । यह वही दिन है जब पाकिस्तान नौसेना (Pakistan Navy) के हौंसले और यईया खान के अरमान भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने पूरी तरह चकनाचूर कर दिए थे । वर्ष 1971 में जब बांग्लादेश के मुद्दे पर भारत पाकिस्तान (Pakistan) के बीच तनाव चरम सीमा पर था। उस समय इसी बात से थर -थर कांपते पाकिस्तान ने 25 नवंबर को पाकिस्तान (Pakistan) में आपातकाल घोषित कर दिया था। हमारे देश भारत ने अपनी सुरक्षा को देखते हुए जंगी जहाजों और सब- मैरिंनों को पाकिस्तान (Pakistan) के नेवल बेस पर नजर रखने के लिए व किसी भी हालात में तुरंत कार्रवाई करने के लिए तैयार रखा था।
1971 की जंग की शुरुआत तब हुई, जब पाकिस्तान (Pakistan) ने अंबाला , आगरा और कानपुर में एयर अटैक कर दिया ।इसके साथ ही पाकिस्तान (Pakistan) की एयर फोर्स ने पश्चिम से सटे भारतीय इलाकों में बिना बजह ही बमबारी शुरू कर दी। जिसके तुरंत बाद ही भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने पाकिस्तान (Pakistan) के खिलाफ ऑपरेशन "ट्राइडेंट "चलाया। भारतीय नौसेना (Indian Navy) के भारतीय आई.एन.एस. खुखरी के कप्तान महेंद्र नाथ (Mahender Nath) अपने जल पोत को पूरी बहादुरी से लगातार आगे बढ़ाते रहे । अपने अदम्य साहस का परिचय देते हुए उन्होंने अपने जहाज के साथ ही बिना किसी भय के जल समाधि ले ली। बाद में इन्हें मरणोपरांत महावीर चक्र (Mahavir Chaker) से नबाजा गया।
पाकिस्तान (Pakistan) का नापाक इरादा तो विमान वाहक पोत आई.एन.एस. को डुबोने का था । इसी मकसद के लिए उसने अपने जल पोत गाजी को हमला करने के लिए कराची से रवाना किया, लेकिन पूरी तरह से मुस्तैद भारतीय खुफिया एजैंसी "रा " ने समय रहते नौसेना (Navy) को इसकी जानकारी दे दी। जिससे भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने पाकिस्तानी (Pakistani) जल पोत गाजी को जल समाधि देने में जरा भी देरी नहीं लगाई। 4 दिसंबर 1971 को नौसेना Navy) ने कराची स्थित पाकिस्तानी नौसेना (Pakistani Navy) के हेड क्वार्टर पर हमला किया। इस हमले में पाकिस्तान (Pakistan) के कई सप्लाई शिप व तेल टैंकरों के चीथड़े उड़ा दिए ।
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इसी दिन रात लगभग 10:30 बजे पाकिस्तान (Pakistan) की कराची बंदरगाह पर भारतीय जांबाज सेना ने मिसाइलें दागीं, करीब 90 मिनट के अंदर देखते ही देखते कराची बंदरगाह आग की लपटों में जल गई । आग की इन लपटों को लगभग 60 किलोमीटर की दूरी से भी देखा जा सकता था। भारत की बहादुर नौसेना (Navy) के इस हमले से कराची के तेल डिपो में आग लग गई। आग की इन लपटों को 7 दिन व 7 रातों तक नहीं बुझाया जा सका । इसी लिए भारतीय सेना (Indian Army) को विश्व की एकमात्र सर्वश्रेष्ठ माना जाता है ।