भू-स्खलन की चपेट में आई गरोला स्कूल की सीढ़ियां, अस्तित्व पर खतरा
भरमौर। जनजातीय क्षेत्र भरमौर के सीनियर सेकेंडरी स्कूल गरोला के भवन पर संकट खड़ा हो गया है। स्कूल भवन के एक छोर के ठीक नीचे भू-स्खलन शुरू हो गया है। इसके चलते भवन की पहली मंजिल की ओर जाने वाली सीढियां भी हवा में लटक गई हैं। हालात यह है कि स्कूल भवन के वजूद पर संकट खड़ा हो गया है। इसके साथ ही पहली मंजिल के रास्ते पर संकट होने के बाद कक्षाएं भी खुले आसमान के नीचे लगानी पड़ रही हैं।
इतना ही नहीं बच्चों की आगामी दिनों में होने वाली परीक्षाओं के लिए बैठने की वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं है। बहरहाल लोक निर्माण विभाग की टीम ने भी मौके का दौरा किया है। गरोला स्कूल भवन की निचली तरफ काफी समय पहले से भू-स्खलन हो रहा था। मगर इस दौरान भू-स्ख्लन की ओर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया। नतीजा यह हुआ कि लगातार तीन दिन क्षेत्र में रूक-रूक हो रही बारिश के चलते यहां पर दोबारा भू-स्खलन आरंभ हो गया है।
भू-स्खलन से स्कूल भवन के एक छोर पर पहली मंजिल के लिए बनाई सीढिय़ां क्षतिग्रस्त हुई हैं और हवा में लटक गई हैं। ऐसे में स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे 200 के करीब विद्यार्थियों के बैठने की व्यवस्था भी स्कूल प्रबंधन के लिए परेशानी का सबब बनकर रह गई है। उधर, स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष पवन कुमार का कहना है कि भू-स्खलन से स्कूल भवन को पैदा हुए खतरे के बारे में लोक निर्माण विभाग और उपमंडलीय प्रशासन को अवगत करवा दिया है।
स्कूल प्रबंधन समिति की ओर से भी मामले को लेकर प्रस्ताव पारित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द डंगे का काम शुरू नहीं होता है तो पूरा भवन भू-स्खलन की जद में आकर जमींदोज हो जाएगा। इधर, सूचना मिलने पर गरोला स्थित लोक निर्माण विभाग के कनिष्ठ अभियंता जेआर शर्मा ने मौके का दौरा भी किया है।