हिमाचल में सियासी खेला जारी, कांग्रेस के छह बागियों सहित तीन निर्दलीय विधायक पहुंचे उत्तराखंड

Himachal Politics : हिमाचल में मचा सियासी घमासान थमता नजर नहीं आ रहा है। पंचकूला में काफी दिनों से डेरा जमाए बैठे कांग्रेस के 6 बागी अब उत्तराखंड पहुंच गए हैं। उनके साथ 3 निर्दलीय विधायक भी मौजूद हैं।

 

हिमाचल प्रदेश में फिर सियासी हलचल तेज हो गई है। राज्यसभा की एक सीट के लिए हुए चुनाव के बाद प्रदेश की राजनीति में आया बवंडर अभी शांत नहीं हुआ है। कांग्रेस के छह विधायकों को राज्यसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार हर्ष महाजन के समर्थन करने पर निलंबित कर दिया था। अब वह निर्दलीय विधायकों के साथ पंचकूला से उत्तराखंड पहुंच गए हैं। तीनों निर्दलीय विधायकों ने भी राज्यसभा चुनाव में भाजपा का साथ दिया था। ये सभी फिलहाल ऋषिकेश के पास एक होटल में ठहरे हुए हैं। सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में और भी कई नेता भी उनसे जुड़ सकते हैं। 


हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने छह कांग्रेस विधायकों सुजानपुर से राजिंद्र राणा, धर्मशाला से सुधीर शर्मा, बड़सर से इंद्र दत्त लखनपाल, कुटलैहड़ से देविंद्र कुमार भुट्टो, लाहौल से रवि ठाकुर और गगरेट से चैतन्य शर्मा को बजट पर मतदान से अनुपस्थित रहने के बाद निष्कासित कर दिया था। इन सभी ने राज्यसभा चुनाव में अपनी पार्टी के उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी के खिलाफ मतदान किया था। तीन निर्दलीय विधायक देहरा से होशियार सिंह, नालागढ से केएल ठाकुर और हमीरपुर से आशीष शर्मा ने भी चुनाव में भाजपा उम्मीदवार का समर्थन किया था।


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सभी विधायक हिमाचल से शिफ्ट होकर हरियाणा के पंचकूला में एक होटल में डेरा डाले हुए थे। यहां उनके साथ हिमाचल के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, भाजपा के राज्यसभा सदस्य हर्ष महाजन भी मुलाकात कर चुके हैं। अब शुक्रवार को सभी नौ विधायक देवप्रयाग मार्ग के साथ ऋषिकेश से लगभग 30 किमी दूर एक होटल में पहुंच गए हैं। वह सड़क मार्ग से अपनी यात्रा करने से पहले एक चार्टर्ड विमान के माध्यम से देहरादून पहुंचे थे। 

सीएम सुक्खू ने बीजेपी पर लगाया आरोप

उधर, मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को भाजपा पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के बागी विधायकों को सीआरपीएफ की सुरक्षा में रखा गया है। कुछ विधायक दुखी हैं। उन्हें सीआरपीएफ की सुरक्षा में रखा गया है। क्या इसी तरह लोकतंत्र मजबूत रहेगा? खरीद-फरोख्त लोकतंत्र को कमजोर करती है। उन्होंने कहा भाजपा बागी कांग्रेस विधायकों को कड़ी सुरक्षा घेरे में रखकर 'उनकी सरकार को गिराने की कोशिश' कर रही है। सुक्खू ने कहा कि उनके परिवार के सदस्य उन पर अपने गृह राज्य वापस आने का दबाव डाल रहे थे।