LOC पर 250-300 आतंकी घुसपैठ की फिराक में, लेफ्टिनेंट जनरल राजू बोले-सेना तैयार

जम्मू। सेना की 15वीं कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू ने कहा कि एलओसी पर स्थिति नियंत्रण में है। सीजफायर उल्लंघन की घटनाओं में भी कमी आई है। इस बार घुसपैठ की कोशिशों को नियंत्रण में रखने में काफी हद तक सफल हुए हैं। अभी भी 250-300 आतंकी लौंचिंग पैड्स पर तैयार बैठे हुए
 

जम्मू। सेना की 15वीं कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू ने कहा कि एलओसी पर स्थिति नियंत्रण में है। सीजफायर उल्लंघन की घटनाओं में भी कमी आई है। इस बार घुसपैठ की कोशिशों को नियंत्रण में रखने में काफी हद तक सफल हुए हैं। अभी भी 250-300 आतंकी लौंचिंग पैड्स पर तैयार बैठे हुए हैं।

उन्होंने कहा कि जल्द ही सर्दियां शुरू होने वाली हैं और उससे पहले घुसपैठ की कोशिशें तेज हो सकती हैं। लेकिन सेना के एलओसी पर तैनात जवान किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। किसी भी घुसपैठ की कोशिश को कामयाब होने नहीं देंगे। जीओसी सोमवार को बडगाम जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल यूसमर्ग में आयोजित ‘यूसमर्ग फेस्टिवल’ में बोल रहे थे।

राजू ने कहा कि हर साल यह फेस्टिवल करवाते हैं। उन्होंने कहा कि तीन साल पहले जब वे जीओसी विक्टर फोर्स थे उस समय भी आयोजित किया गया था, लेकिन आज इसमें अवाम की उपस्थिति ज्यादा है। काफी ज्यादा संख्या में लोग इसका लुत्फ उठा रहे हैं। फेस्टिवल के सफल आयोजन के लिए उन्होंने अवाम और सेना को बधाई दी।

आतंक का रास्ता त्यागने का आह्वान

जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू ने कहा कि आतंकवाद का रास्ता बर्बादी की तरफ ले जाएगा, इसलिए कश्मीरी युवाओं को जो अवसर और समय मिल रहा है उसका पूरा फायदा उठाएं। जम्मू-कश्मीर में अच्छा माहौल है और हम सही राह पर चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने पहले भी कई बार यह संदेश दिया है कि जो कोई भी हथियार उठाता है, उस पर हम कार्रवाई करेंगे। लेकिन अगर कोई ऐसा हो, जिसने हथियार उठाया है और वापस मुख्यधारा में आना चाहता है, हम उसे वापस आने का पूरा मौका देना चाहते हैं। इसके दो-तीन उदाहरण हाल ही में देखने को मिले हैं।

राजू ने कहा कि हम आगे भी यही पैगाम देना चाहते हैं कि कोई भी नौजवान जो आतंकवाद के रास्ते पर चला है, हम उसको वापस लाने के लिए तैयार हैं। आतंकवाद का रास्ता कहीं ले जाने वाला नहीं है, इसलिए जो अवसर यहां उनको मिल रहे हैं, उनका पूरा फायदा उठाएं।