दुखियारी मां ने रोका जयराम का काफिला, गाड़ी से उतर महिला के घर पहुंचे मुख्यमंत्री
मण्डी। हिमाचल प्रदेश के मण्डी जिले में एक दुखियारी मां ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का काफिला ही रोक दिया। यह मां अपने बेटे के इलाज के लिए मुख्यमंत्री से फरियाद लेकर यहां पहुंची थी। जैसे ही काफिला रूका, लाचार मां मुख्यमंत्री के पास गईं। अपने बेटे की बीमारी की बात कहकर घर चलकर सारी स्थिति देखने की गुहार लगाई। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी समझ गए कि जब महिला बीच सड़क पर खड़ी होकर काफिला रोक रही है, तो मामला कुछ गंभीर है।
मुख्यमंत्री ने भी मानवीय संवेदना का परिचय देते हुए अपना काफिला रोक कर महिला की फरियाद सुनी। मुख्यमंत्री अपनी गाड़ी से उतरे और महिला के घर चल दिए। यहां महिला ने पिछले 21 वर्षों से बिस्तर पर पड़े अपने बेटे की स्थिति दिखाई। साथ ही मदद की गुहार भी लगाई। मिली जानकारी के अनुसार द्रंग विधानसभा क्षेत्र में जयराम के दौरे के दौरान एक महिला अचानक से जयराम ठाकुर के काफिले के बीच आ गई और सीएम की गाड़ी को रोकने का प्रयास किया।
ग्राम पंचायत टांडू के पाखरी गांव की लक्ष्मी देवी अपने बेटे के इलाज की फरियाद के लिए सीएम जयराम ठाकुर की गाड़ी के आगे खड़ी हो गई। सुरक्षा कर्मियों ने उसे हटाने का प्रयास किया, लेकिन इसी बीच बुजुर्ग महिला को सामने देख सीएम जयराम ठाकुर स्वयं गाड़ी से उतर आए और महिला से ऐसा करने का कारण पूछा। हाथ में अर्जी लिए बुजुर्ग लक्ष्मी देवी ने रोते हुए कहा कि उनका बेटा 22 साल से कोमा में है। परिवार की आर्थिक हालात खराब है।
पति लालू राम का स्वर्गवास हो चुका है। बेटे का इलाज करवाने में वह असमर्थ है। हर महीने सूरजमणी के उपचार पर 15 से 20 हजार का खर्चा आ रहा है। सांस लेने की पाइप चंडीगढ़ से मंगवानी पड़ती है। पति की पेंशन से हर महीने 10-11 हजार मिल जाते हैं , लेकिन उससे गुजारा नहीं हो पा रहा है। इस संबंध में जानकारी देते हुए महिला को एक लाख की आर्थिक मदद देने के साथ उसके बीमार बेटे को सहारा योजना में शामिल करने के आदेश डीसी को दे दिए गए हैं।