बांग्लादेश: होली पर ढाका में ISKCON राधाकांता मंदिर पर हमला, भीड़ ने की तोड़फोड़ और लूटपाट

बांग्लादेश में एक बार फिर हिंदू मंदिर पर हमले का मामला सामने आया है। बांग्लादेश की राजधानी ढाका में स्थित ISKCON राधाकांता मंदिर पर वीरवार शाम को भीड़ ने हमला कर दिया।
 
* 200 से ज्यादा की भीड़ ने किया मंदिर पर हमला
* बांग्लादेश में हिंदुओं पर 9 साल में 3600 से ज्यादा हमले
* बांग्लादेश में हिंदुओं पर 9 साल में 3600 से ज्यादा हमले

बांग्लादेश में एक बार फिर हिंदू मंदिर पर हमले का मामला सामने आया है। बांग्लादेश की राजधानी ढाका में स्थित ISKCON राधाकांता मंदिर पर वीरवार शाम को भीड़ ने हमला कर दिया। होली के पर्व के मौके पर हुए हमले के दौरान मंदिर में जमकर तोड़फोड़ की और भीड़ यहां रखी कीमती वस्तुओं को भी लूट ले गई। हमले में कई लोगों के जख्मी होने की भी खबर है।

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बताया जा रहा है कि ढाका के वारी में 222 लाल मोहन साहा स्ट्रीट में स्थित इस्कॉन राधाकांता मंदिर में शाम 7 बजे ये हमला हुआ। ये हमला हाजी सैफुल्लाह की अगुआई में 200 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने किया। मंदिर में तोड़फोड़ और लूट की गई। आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक हमले में सुमंत्रा चंद्र श्रवण, निहार हल्दार, राजीव भद्र और अन्य कई लोग भी जख्मी हुए हैं। 

On the night of shab-e-barat, Extremists are again attacking the Wari Radhakanta #ISKCON temple in Dhaka. We are requesting to all the Hindus to play their role in protecting the temple. #SaveBangladeshiHindus#SaveHinduTemplesInBangladesh @RadharamnDas @iskcon @india_iskcon pic.twitter.com/DVLZF7yVPG


यह पहला मौका नहीं है, जब बांग्लादेश में हिंदुओं के मंदिर पर हमला हुआ है। इससे पहले पिछले साल नवरात्रि पर हिंदुओं के खिलाफ अफवाह फैलाकर दुर्गा पूजा पंडालों पर हमले किए गए थे। इतनी ही नहीं हिंदुओं के घरों पर हमले किए गए थे। वहीं, ढाका में स्थित  ISKCON मंदिर पर भी हमला किया गया था।

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बांग्लादेश में हिंदुओं पर 9 साल में 3600 से ज्यादा हमले
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक अधिकारों पर काम कर रही संस्था AKS के अनुसार पिछले 9 साल में बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को 3679 बार हमलों का सामना करना पड़ा। इस दौरान 1678 मामले धार्मिक स्थलों में तोड़फोड़ और हथियारबंद हमलों के सामने आए। इसके अलावा घरों-मकानों में तोड़-फोड़ और आगजनी समेत हिंदू समुदाय को निशाना बनाकर लगातार हमले किए गए।