हिमाचलः हार के बाद क्या होगा CM जयराम ठाकुर का भविष्य? फिर बदलाव की अटकलें

हिमाचल प्रदेश में एक लोकसभा सीट और तीन विधानसभा पर भाजपा की करारी हार के बाद अब जयराम ठाकुर की विदाई तय मानी जा रही है।
 

धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश में एक लोकसभा सीट और तीन विधानसभा पर भाजपा की करारी हार के बाद अब जयराम ठाकुर की विदाई तय मानी जा रही है। मंगलवार को हिमाचल प्रदेश उपचुनाव में कांग्रेस ने भाजपा को चारो खाने चित्त कर दिया। एक सीट पर तो भाजपा प्रत्याशी की जमानत तक जब्त हो गई। नतीजों के बाद कांग्रेस खेमे में जश्न का माहौल है। पीसीसी चीफ कुलदीप राठौर ने भाजपा सरकार पर तंज कसा कि सीएम अपने गृह क्षेत्र मंडी को भी नहीं बचा पाए, इसलिए उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। वहीं, सीएम जयराम ठाकुर ने कुछ भाजपाईयों पर ही विश्वासघात का आरोप लगाया, साथ ही आत्ममंथन की बात कही है।


हिमाचल प्रदेश में मंगलवार का दिन कांग्रेस के साथ दिखा। तीनों विधानसभा सीटों फतेहपुर, अर्की और जुब्बल-कोटखाई और मंडी लोकसभा में कांग्रेस ने फतह हासिल की। मंडी सीट पर इससे पहले भाजपा का कब्जा था। यहां से पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह ने कारगिल युद्ध के नायक और भाजपा प्रत्याशी रिटायर्ड ब्रिगेडियर कुशाल सिंह ठाकुर को करारी शिकस्त दी। प्रतिभा सिंह ने ये सीट 8766 वोटों के अंतर से जीती। प्रतिभा सिंह को 365650 वोट मिले। जबकि कुशाल सिंह को 356884 वोट मिले।

उधर, विधानसभा सीटों में भी कांग्रेस का बोलबाला रहा। जुब्बल-कोटखाई विधानसभा उपचुनाव में तो भाजपा प्रत्याशी नीलम सरैइक की जमानत तक जब्त हो गई। उन्हें महज 2584 मत मिले। नीलम तीसरे स्थान पर रहीं। इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी रोहित ठाकुर ने 29447 वोट पाकर जीत दर्ज की। निर्दलीय प्रत्याशी चेतन बरागटा 23344 वोट पाकर इस सीट पर दूसरे नंबर पर रहे। फतेहपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस उमीदवार भवानी सिंह पठानिया ने भाजपा प्रत्याशी बलदेव ठाकुर को 5789 वोटों के अंतर से हराया। अर्की विधानसभा सीट से भी कांग्रेस ने जीत का स्वाद चखा। यहां कांग्रेस प्रत्याशी संजय अवस्थी ने जीत हासिल की। 


तीनों विधानसभा क्षेत्रों और मंडी लोकसभा सीट के उपचुनाव में जीत से उत्साहित कांग्रेस पार्टी ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के इस्तीफे की मांग की है। उधर, भाजपा ने कहा कि वह अपनी हार के कारणों का आत्मनिरीक्षण करेगी। हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने कहा, "ठाकुर अपने गृह जिले मंडी में भाजपा की सीट को बरकरार रखने में भी विफल रहे।" उन्होंने उपचुनावों को "सेमीफाइनल" बताया और विश्वास जताया कि कांग्रेस अगले साल दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत के साथ फिर सत्ता पर बैठेगी।


उधर, हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस प्रभारी संजय दत्त ने ट्वीट करते हुए लिखा, "यह बदलाव है। भाजपा की केंद्र और हिमाचल प्रदेश सरकारों की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ जनता का जवाब है। इस जनादेश के साथ लोगों ने एकजुटता को व्यक्त की है।" दूसरी ओर, सीएम जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी उम्मीदवारों के खिलाफ काम किया। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ठाकुर ने कहा, "भाजपा उन कारणों का आत्मनिरीक्षण करेगी जिसके कारण उसकी हार हुई, अपनी कमियों को दूर करने के लिए रणनीति तैयार करेगी और 2022 के विधानसभा चुनावों में जीत सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।" सीएम ने कहा कि उन्होंने जनादेश को स्वीकार किया और विजयी कांग्रेस उम्मीदवारों को बधाई दी।