हिमाचल के लेखक राम ने राम-राम लिखकर बना दिया प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर, यहाँ करें दर्शन

शिक्षक के पद से सेवानिवृत हुए जाने-माने सूक्ष्म लेखक रामकुमार जोशी ने अब अयोध्या के भगवान राम के मंदिर का चित्र सूक्ष्म लेखन से बना कर सभी को आश्चर्य चकित कर दिया है।  
 

ऊना। हिमाचल प्रदेश के एक सेवानिवृत्त शिक्षक रामकुमार जोशी ने अपनी अद्वितीय कला से दिल को भावविभोर कर देते वाली पेंटिंग तैयार की है। उन्होंने भगवान राम के मंदिर को 9931 सूक्ष्म राम शब्दों से सजाया है, जिसमें पेड़, ध्वज और अन्य आकृतियां सूक्ष्मता से रची गई हैं। शिक्षक रामकुमार जोशी की बनाई गई इस पेंटिंग का हर कोई दिवाना है। शिक्षक रामकुमार अब लगभग 450 ऐसी सूक्ष्म लेखन कलाकृतियां बना चुके हैं।

राम मंदिर के भव्य चित्र को बनाने के पीछे का कहानी भी रोचक है, क्योंकि रामकुमार जोशी ने इसे बनाने का निर्णय उसी दिन लिया था, जब भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या से संबंधित मामले का उच्चतम न्यायालय में फैसला हुआ था। यह चित्र उनके भावनात्मक और कलात्मक उत्साह को दर्शाता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सूक्ष्म लेखक रामकुमार जोशी की अनूठी कला का "मन की बात" कार्यक्रम में विशेष रूप से जिक्र कर चुके हैं। खास बात यह कि इनके लिखे शब्दों को पावरफुल लेंस से ही पढ़ा जा सकता है। 40 वर्ष से सूक्ष्म लेखन से जुड़े रामकुमार जोशी का कहना है कि यह कार्य उन्होंने 1983-84 में शौक में ही शुरू किया था। इस कार्य में उनकी रुचि बढ़ती है और वे कला के इस पथ पर आगे बढ़ते रहे।

राजकुमार जोशी डाक टिकट से लेकर विजिटिंग कार्ड पर राम-राम लिखकर अनेक राजनीतिज्ञों, फिल्मी कलाकारों के चित्र सूक्ष्म लेखन के जरिये राम राम लिखकर बना चुके हैं। जोशी बताते हैं कि 2016 में सूक्ष्म लेखन के चलते ही राज्य स्तरीय श्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार भी मिला। इनकी कला की तारीफ खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'मन की बात' में भी कर चुके हैं।  

बता दें कि रामकुमार जोशी हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला सीमावर्ती क्षेत्र मैहतपुर के साथ लगते भटोली गांव के मूल निवासी हैं। सेवानिवृत्त शिक्षक रामकुमार जोशी ने सूक्ष्म लेखन कला में माहिर हैं।