हिमाचल में पर्यटन और चुनौती का दोहरा रुख, शिमला-मनाली में इन दिन होगी बर्फबारी
शिमला/धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश विशेषकर शिमला और मनाली के ऊंचे पर्वतीय क्षेत्रों में इस शीतकाल की पहली भारी बर्फबारी की तैयारी जोरों पर है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में लाहौल-स्पीति, किन्नौर और रोहतांग दर्रे के आसपास भारी बर्फबारी का 'येलो अलर्ट' जारी किया है।
यह खबर राज्य के पर्यटन उद्योग के लिए एक बड़ी सौगात मानी जा रही है, क्योंकि पर्यटन सीजन शुरू होने से पहले ही बर्फबारी की खबर ने पर्यटकों के उत्साह को चरम पर पहुंचा दिया है। होटल व्यवसायियों में उत्साह का माहौल है। उनका मानना है कि यह पहली बर्फबारी क्रिसमस और नए साल के पर्यटन सीजन को नई ऊँचाई देगी और पर्यटन कारोबार में अभूतपूर्व वृद्धि लाएगी।
बर्फ से ढके पहाड़ और चांदी जैसी घाटियाँ पर्यटकों को बड़ी संख्या में आकर्षित करेंगी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बड़ा संबल मिलेगा। मनाली, कुल्लू, शिमला और डलहौज़ी जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों में अभी से होटलों की बुकिंग में तेज़ी देखी जा रही है। हालांकि, इस बर्फबारी से कई तरह की प्रशासनिक चुनौतियाँ भी खड़ी हो गई हैं।
लाहौल-स्पीति, किन्नौर और रोहतांग जैसे दुर्गम क्षेत्रों में सड़कें बंद होने की आशंका है, जिससे यातायात और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बाधित हो सकती है। प्रशासन ने पर्यटकों और स्थानीय निवासियों के लिए एक विस्तृत एडवाइजरी जारी की है। पर्यटकों को विशेष रूप से अटल टनल (रोहतांग) पार करने से पहले मौसम की नवीनतम जानकारी और सड़क की स्थिति की पुष्टि करने की सख्त सलाह दी गई है।
स्थानीय प्रशासन ने बर्फ हटाने वाले उपकरणों और आपातकालीन बचाव टीमों को रणनीतिक स्थानों पर तैनात कर दिया है। यह तैयारी सुनिश्चित करती है कि बर्फबारी के बाद भी जनजीवन जल्द से जल्द सामान्य हो सके। सरकार का ध्यान पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ पर्यटकों और निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर भी केंद्रित है। पहली बर्फबारी का स्वागत राज्य की शीतकालीन पर्यटन अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है।