Baddi Factory Fire : प्रारंभिक जांच में खुलासा, बाहर निकलने के लिए नहीं था आपात दरवाजा

बद्दी की परफ्यूम फैक्ट्री में सुरक्षा प्रबंधों को लेकर बड़ी लापरवाही सामने आई है। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि फैक्ट्री संचालकों ने बाहर निकलने के लिए कोई आपातकालीन रास्ता (Emergency Exit) नहीं बनाया था।
 

सोलन। बद्दी की परफ्यूम फैक्ट्री में सुरक्षा प्रबंधों को लेकर बड़ी लापरवाही सामने आई है। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि फैक्ट्री संचालकों ने बाहर निकलने के लिए कोई आपातकालीन रास्ता (Emergency Exit) नहीं बनाया था। ऐसे में बीते दिन दोपहर को जब आग लगी तो महिलाओं में भगदड़ मच गई। पहली दो मंजिलों में कामगार जैसे-तैसे निकल गए लेकिन ऊपरी मंजिल से निकल नहीं पाए। 


अगर आपातकालीन दरवाजा होता तो कामगारों को छत से नहीं कूदना पड़ता। इस कारण ज्यादा कामगारों की कई हड्डियां टूट गई हैं। एक महिला की जान भी इसी कारण गई। छत से छलांग लगाने के बाद वह बुरी तरह से घायल हो गई थी। यही नहीं, प्लांट में जो स्टोर बनाया हुआ था, उसमें भी आवश्यकता से ज्यादा केमिकल रखा हुआ था।
 

स्टोर में आग लगने के बाद उसे बुझाने के लिए कंपनी के पास पर्याप्त संसाधन नहीं थे। इसके लिए कंपनी के प्लांट हेड और संचालक जिम्मेदार बताए जा रहे हैं। उधर, बताया जा रहा है कि फैक्ट्री में ज्यादातर महिलाएं ही थीं। इन्हें पैकिंग के काम में लगाया हुआ था। प्रशिक्षित कामगार न होने से प्लांट में शुरुआत में लगी आग कामगार नहीं बुझा पाए। महिलाएं डर गईं और भागने लगीं। 

अगर प्रशिक्षित कामगार होते तो वे शुरुआत में भी आग पर खुद ही काबू पा सकते थे। डीएसपी खजाना राम ने बताया कि पुलिस ने कंपनी के संचालक व प्लांट हेड के खिलाफ धारा 385, 336, 337, 285 व 304 के तहत मामला दर्ज किया है। प्लांट हेड को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।

अब तक पांच लोगों की मौत

हिमाचल प्रदेश में सोलन जिले के बद्दी औद्योगिक क्षेत्र में एक इत्र निर्माण फैक्टी में लगी आग की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है। घटना के लगभग 30 घंटे बाद भी फायर ब्रिगेड कर्मी आग पर काबू पाने में जुटे हैं। फैक्ट्री में आग शुक्रवार दोपहर पौने तीन बजे के करीब लगी थी। अभी तक आठ लोग लापता हैं जिनके लिए तलाशी और बचाव अभियान चलाया जा रहा है, जबकि 31 लोग घायल हुए हैं।