जल्द खर्च करें आदर्श ग्राम योजना की राशि : जितेंद्र सांजटा
हमीरपुर । एडीसी जितेंद्र सांजटा ने प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत चयनित ग्राम पंचायतों के जनप्रतिनिधियों और सचिवों को इस योजना के तहत स्वीकृत विकास कार्यों को अतिशीघ्र पूरा करवाने तथा इनका ब्यौरा तुरंत वेब पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश दिए हैं। हमीर भवन में प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए एडीसी ने कहा कि इस योजना के तहत वर्ष 2019-20 में जिले की 17 ग्राम पंचायतों के एक-एक गांव का चयन किया गया था।
ग्राम विकास योजना के अनुसार इन गांवों में विभिन्न विकास कार्यों पर लगभग 22.83 करोड़ रुपये खर्च किए जाने थे। वेब पोर्टल पर अपलोड किए डाटा के अनुसार अभी तक इन पंचायतों में लगभग 14 करोड़ रुपये के विकास कार्य पूरे हो चुके हैं। एडीसी ने कहा कि कई ग्राम पंचायतों ने अधिकांश धनराशि खर्च कर दी है, लेकिन इससे संबंधित ब्यौैरा वेब पोर्टल अपलोड नहीं किया। इसलिए सभी पंचायतें लंबित कार्यों को अतिशीघ्र पूरा करके इनका ब्यौरा अपलोड करें तथा इनके उपयोगिता प्रमाण पत्र भी तुरंत प्रेषित करें।
एडीसी ने कहा कि जिला हमीरपुर ने पिछले वर्ष इस योजना के क्रियान्वयन में पूरे देश में प्रथम स्थान हासिल किया था। इसको बरकरार रखने के लिए सभी पंचायत जनप्रतिनिधि तत्परता से कार्य करें। उन्होंने बताया कि योजना की पुरस्कार राशि में से प्रत्येक पंचायत को 50-50 हजार रुपये की धनराशि भी जारी की गई है। यह धनराशि आम जनता की सुविधाओं या विकास कार्यों पर खर्च की जा सकती है।
जितेंद्र सांजटा ने बताया कि वर्ष 2022-23 में भी पीएमएजीवाई के तहत जिला के पांच गांवों दरोगण, दड़ूही, धीरड़, महारल और मालग का चयन किया गया है। उन्होंने बताया कि संबंधित ग्राम पंचायतों को इन गांवों के लिए ग्राम विकास योजना तैयार करने के निर्देश दिए गए थे। इनमें से अधिकांश पंचायतों ने ग्राम विकास योजना भी तैयार कर ली है। एडीसी ने पंचायत जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे इस योजना में अधिक से अधिक विकास कार्यों को शामिल करें। उन्होंने कहा कि इन कार्यों में अधिक से अधिक कनवर्जेंस पर बल दें, ताकि इन पांचों गांवों का चहुमुखी विकास सुनिश्चित हो सके।
बैठक में जिला कल्याण अधिकारी राकेश पुरी ने पीएमएजीवाई से संबंधित कार्यों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। इस अवसर पर जिला पंचायत अधिकारी शशि बाला, विभिन्न विकास खंडों के बीडीओ, अन्य विभागों के अधिकारी और संबंधित ग्राम पंचायतों के प्रधान एवं सचिव भी उपस्थित थे।