सत्ता में आने पर पहली ही कैबिनेट मीटिंग में 1 लाख नौकरियां और पुरानी पेंशन की जाएगी बहाल : प्रियंका गांधी
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने हिमाचल प्रदेश के सोलन से विधानसभा चुनाव के शंखनाद से पहले मां शूलिनी मंदिर में पूजा-अर्चना की।
सोलन । कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने हिमाचल प्रदेश के सोलन से विधानसभा चुनाव के शंखनाद से पहले मां शूलिनी मंदिर में पूजा-अर्चना की। इस दौरान प्रियंका पुरानी पेंशन स्कीम (ओपीएस) की बहाली को लेकर क्रमिश अनशन कर रहे एनपीएस कर्मचारियों से मिलने पहुंचीं और उनकी मांगों को सुना। संघ ने प्रियंका गांधी को एक ज्ञापन भी सौंपा। इसके बाद ठोडो मैदान पहुंचने पर उन्होंने पार्टी का प्रचार गीत जारी किया। परिवर्तन प्रतिज्ञा महारैली को संबोधित किया। प्रियंका ने इस दौरान पुरानी पेंशन बहाली, युवाओं को रोजगार, बागबानों व किसानों को फसल के दाम, आम जनों को महंगाई से राहत, महिला शक्ति की भागीदारी व प्रदेश के विकास का संकल्प लिया।
परिवर्तन प्रतिज्ञा रैली में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने हिमाचल की जनता को कांग्रेस सरकार बनने के बाद पहली ही मंत्रिमंडल की बैठक में दो गारंटियां देने का वादा किया है। सोलन में उन्होंने वादा किया कि सत्ता में आने के बाद पहली ही कैबिनेट की बैठक में एक लाख सरकारी नौकरियों पर मुहर लगेगी। साथ ही उसी बैठक में पुरानी पेंशन बहाल की जाएगी। कर्मचारियों का यह हक है और वह हम देकर रहेंगे। उन्होंने कहा कि मैं यह वादा करती हूं और सरकार बनने के बाद पहली ही कैबिनेट मीटिंग में इस पर फैसला लिया जाएगा।
उन्होंने सत्ता में आने के बाद कांग्रेस सरकार हिमाचल के युवाओं को कुल पांच लाख नौकरियां देगी। मैं यह गारंटी दे रही हूं, जिसे सत्ता में आने के बाद पूरा किया जाएगा। इससे पहले संबोधन शुरू करते हुए प्रियंका ने कहा कि यहां आने से पहले मैं माता शूलिनी देवी के मंदिर गई। इसलिए सभी कहिए मां शूलिनी की जय। कई नेताओं ने इंदिरा जी का जिक्र किया। इंदिरा जी का हिमाचल से बहुत लगाव था। मैं कह सकती हूं कि उनका हिमाचल से अध्यात्मिक लगाव था। जब वह शहीद हुईं, तो उससे पहले उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को यह कहा कि मेरी सारी अस्थियां सिर्फ संगम में नहीं, कुछ अस्थियां हिमालय के पर्वतों पर बिखेर देना। उनकी यह इच्छा मेरे पिता जी ने पूरी की। मैंने जब यहां घर बनाया, तो इसलिए बनाया, क्योंकि यह इंदिरा जी की ख्वाहिश थी। वह कहती थीं कि जब मैं रिटायर होंगी, तो मैं मशोबरा में घर बनाना चाहती हूं, लेकिन वह शहीद हो गईं। 25 जनवरी, 1971 में उन्होंने हिमाचल को प्रदेश इसलिए बनाया, क्योंकि वो यहां की जनता की हौसले और हिमम्मत पहाड़ जैसा विशाल है।
जब पुरानी पेंशन देने की बात होती है, तो सरकार कहती है पैसा नहीं है, अर्थव्यवस्था खराब हो जाएगी। मैं पूछना चाहती हूं कि आप बड़े-बड़े उद्योगपतियों के कर्ज माफ कर देते हैं, लेकिन कर्मचारियों के लिए आपके पास पैसा नहीं है। मैं पूछना चाहती हूं कि जो सरकार कर्मचारियों को नहीं मानती, तो राज्य कैसे चलेगा। प्रदेश में 63 हजार से ज्यादा पद खाली हैं, उन्हें भरा नहीं जा रहा है, सरकार युवाओं को नौकरी नहीं देती। नौजवान मौजूदा सरकार में उम्मीद नहीं कर सकते कि उन्हें नौकरी मिलेगी।
यही हाल बागबानों का है। सेब-मशरूम व अन्या फसलों के दाम बड़े-बड़े उद्योगपति तय कर रहे हैं, क्या बागबानों को उनका हक नहीं मिलना चाहिए । छोटे व्यापारियों को सरकार ने कंगाल कर दिया। यहां का विकास इंदिरा गांधी जी ने किया। भाजपा सरकार ने आपसे बहुत कुछ छीना, नौजवानों की नौकरी छीनी। युवा उम्मीद करता है कि वह फौज में भर्ती होगा, पर सरकार अग्रिवीर योजना ले आई। सरकार उनको ठेके पर रख रही है। भाजपा सरकार ने सिर्फ जनता से छीना है, दिया कुछ नहीं है। छोटे दुकानदारों, किसानों-बागबानों की कमाई छीनी है, पर जनता अब बदलाव चाहती है।
इस महारैली के सफल आयोजन के लिए प्रदेश कांग्रेस के अधिकांश नेताओं ने गुरुवार दोपहर से ही सोलन में डेरा डाल दिया था। महारैली में पार्टी के प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला, प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, चुनाव प्रचार कमेटी के अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू और नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री आदि विशेष रूप से मौजूद हैं। उल्लेखनीय है कि प्रियंका गांधी बीते 4 अक्तूबर से राजधानी शिमला से सटे छराबड़ा स्थित अपने घर पर रुकी हुई हैं।