जमीन विवाद में घिरे द ग्रेट खली, तहसीलदार ने बोले- सेलिब्रिटी कानून से ऊपर नहीं

Great Khali Land Dispute : तहसीलदार ऋषभ शर्मा ने एक बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि खली ने बटामंडी के पास जमीन नंबर 8 खरीदी, लेकिन आज वह जमीन नंबर 6 पर कब्जा किए बैठे हैं।

 

पांवटा साहिब (सिरमौर)। सिरमौर जिले के पांवटा साहिब में पिछले कई दिनों से सुर्खियों में बना हाई-प्रोफाइल जमीन विवाद आज एक नाटकीय मोड़ पर पहुंच गया। द ग्रेट खली (दिलीप सिंह राणा) ने जिस मामले में तहसीलदार और राजस्व विभाग पर गंभीर आरोप लगाए थे, उसी मामले में अब तहसीलदार ऋषभ शर्मा ने सबूतों और दस्तावेजों के साथ पलटवार किया है।

एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए तहसीलदार ने खली के सभी आरोपों को 'झूठ और भ्रामक' करार दिया है और स्पष्ट किया है कि कानून सबके लिए बराबर है। तहसीलदार ऋषभ शर्मा ने विवाद की जड़ का खुलासा करते हुए एक बड़ा और गंभीर आरोप लगाया।

उन्होंने कहा कि द ग्रेट खली ने बटामंडी के पास जमीन नंबर 8 (Land Parcel No. 8) खरीदी थी, जबकि वर्तमान में उनका अवैध कब्जा (Illegal Encroachment) जमीन नंबर 6 (Land Parcel No. 6) पर है। यह खुलासा साफ करता है कि विवाद केवल जमीन की सीमा का नहीं, बल्कि जमीन की पहचान (Identification of Land) और अधिकार क्षेत्र का है।

खली की ओर से लगाए गए सरकारी विभाग पर 'उत्पीड़न' और 'भेदभाव' के आरोप इस तथ्य के सामने आने के बाद कमज़ोर पड़ते दिख रहे हैं। प्रेस वार्ता में तहसीलदार शर्मा ने विभाग की कार्रवाई को पूरी तरह पारदर्शी बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि विभाग ने पिछले 50 दिनों से अधिक समय में कई बार खली को सीमांकन (Demarcation) प्रक्रिया के लिए बुलाया और अपनी जमीन के स्वामित्व के वैध दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए कहा।

तहसीलदार ऋषभ शर्मा ने कहा 

अगर ज़मीन आपकी है, तो प्रमाण दीजिए। हमने कई बार उन्हें मौके पर बुलाया, लेकिन वह एक बार भी उपस्थित नहीं हुए। खली ने 50 दिनों में कोई भी वैध राजस्व दस्तावेज़ विभाग को नहीं दिया। यह स्पष्ट दर्शाता है कि वह जानबूझकर मामले को टाल रहे थे और तथ्यों को छिपाने की कोशिश कर रहे थे।

उन्होंने जोर देकर कहा कि सेलिब्रिटी होना किसी को कानून से ऊपर नहीं बनाता है। विभाग दबाव में काम नहीं करेगा और ईमानदारी से अपना काम जारी रखेगा। तहसीलदार के इस पलटवार ने इस मामले को केवल एक ज़मीन विवाद से हटाकर 'कानून का शासन बनाम सेलिब्रिटी दबाव' की लड़ाई में बदल दिया है।

एक ओर खली सार्वजनिक रूप से विभाग पर उत्पीड़न का आरोप लगा रहे थे, जिससे विभाग की छवि प्रभावित हो रही थी, वहीं दूसरी ओर तहसीलदार ने मीडिया के सामने आकर आंकड़ों और दस्तावेज़ों के आधार पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। तहसीलदार ने साफ कहा कि वह पूरी ईमानदारी से काम कर रहे हैं और किसी भी तरह के राजनीतिक या बाहरी दबाव में नहीं आएंगे।

उनका कहना है कि कानून सबके लिए बराबर है, चाहे वह आम नागरिक हो या राष्ट्रीय स्तर का सेलिब्रिटी। अब यह मामला और भी गरमाएगा, क्योंकि एक तरफ सेलिब्रिटी का दावा है और दूसरी तरफ सरकारी दस्तावेज़ों का दावा। आगे की कार्रवाई इस बात पर निर्भर करेगी कि खली या उनके प्रतिनिधि अब जमीन नंबर 6 पर अपने कब्जे को लेकर कौन से नए सबूत पेश करते हैं, या विभाग इस अवैध कब्जे को हटाने के लिए कौन सा कदम उठाता है।