Himachal News : बलिदानी आशीष कुमार को हजारों लोगों ने दी अंतिम विदाई, हर आंख हुई नम  

जिला सिरमौर के गिरीपार क्षेत्र आंजभोज के भरली गांव के वीर सपूत आशीष कुमार (25)  देश की सेवा में बलिदान हो गए हैं। गुरुवार  सुबह 6:12 बजे आशीष की पार्थिव देह पांवटा साहिब पहुंचीं। इसके बाद पैतृक गांव भरली पहुंचने के बाद वापस अंतिम संस्कार के लिए वापस पांवटा लाई गई।  
 

सिरमौर ।   हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर के गिरीपार क्षेत्र आंजभोज के भरली गांव के वीर सपूत आशीष कुमार (25)  देश की सेवा में बलिदान हो गए हैं। मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश में सैन्य ऑपरेशन के दौरान सेना का वाहन दुर्घटनाग्रस्त हुआ, जिसमें अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए जवान ने देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया।  गुरुवार सुबह 6:12 बजे आशीष की पार्थिव देह पांवटा साहिब पहुंचीं। इसके बाद पैतृक गांव भरली पहुंचने के बाद वापस अंतिम संस्कार के लिए वापस पांवटा लाई गई। भारी बारिश के बीच भूतपूर्व सैनिक संगठन के पदाधिकारी व सदस्य पांवटा साहिब में डटे रहे।

इस दौरान गुरु की नगरी पांवटा साहिब आशीष कुमार अमर रहे, भारत माता की जय... के नारों से गूंजी।  बलिदानी आशीष को अंतिम विदाई देने के लिए भरली गांव से लेकर अंबोया, राजपुर, डांडा, भूंगरानी, पुरुवाला व पांवटा साहिब में हजारों लोगों की लंबी लाइनें लगी रहीं। लोगों ने पार्थिव देह पर पुष्प वर्षा कर बलिदानी को अंतिम विदाई दी। इस दौरान हर आंख नम हुई। बलिदानी का अंतिम संस्कार पांवटा साहिब में यमुना नदी के तट पर सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में किया गया। इस दौरान सेना के अधिकारी, जवान व प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे।


बता दें, सिरमौर के गिरीपार क्षेत्र आंजभोज के भरली गांव निवासी आशीष कुमार का जन्म 14 मार्च 1999 को हुआ और वर्तमान में  वे 19 ग्रेनेडियर बटालियन के अधीन अरुणाचल प्रदेश में सेवारत थे। करीब छह साल पहले आशीष सेना में भर्ती हुए। आशीष के पिता श्याम सिंह का पहले ही निधन हो चुका है। अब परिवार में उनकी मां, बड़े भाई राहुल, जुड़वां भाई रोहित तथा बहन पूजा हैं। पूजा वन विभाग में बतौर वनरक्षक तैनात हैं।