यूपी और हिमाचल शिक्षा की गुणवत्ता के लिए मिलकर कर सकते हैं काम : रोहित ठाकुर
शिमला । हिमाचल से शिक्षा विभाग की एक टीम शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर की अगुवाई में उत्तर प्रदेश के दौरे पर गई है। यह टीम उत्तर प्रदेश में चल रहे विभिन्न शैक्षणिक कार्यक्रमों का अध्ययन कर दोनों राज्यों के बीच शिक्षा के क्षेत्र में आपसी सहयोग व संभावनाओं का अध्ययन कर रही है। हिमाचल की इस टीम ने लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की, यह बैठक करीब आधे घंटे तक चली। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।
बैठक के दौरान शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के साथ मुख्य संसदीय सचिव आशीष बुटेल, समग्र शिक्षा निदेशक हिमाचल राजेश शर्मा और प्रारंभिक शिक्षा निदेशक आशीष कोहली विशेष तौर पर मौजूद रहे। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में शिक्षा विभाग के तहत प्राथमिक, मिडिल और माध्यमिक स्कूलों के लिए चलाई जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी। उत्तर प्रदेश सरकार ने स्कूली शिक्षा में सुधार के लिए ऑपरेशन कायाकल्प, सीएम मॉडल कंपोजिट स्कूल योजना, अलंकार जैसी कई योजनाएं शुरू की हैं।
ऑपरेशन कायाकल्प कार्यक्रम के तहत केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत मिलने वाली धनराशि से स्कूलों में बेहतरीन सुविधाएं छात्रों को उपलब्ध कराई जा रही। यही नहीं भविष्य की जरूरतों के मुताबिक आधुनिक तकनीकों से लैस करने के लिए प्रदेश के बेसिक व माध्यमिक विद्यालयों को स्मार्ट क्लास सेटअप से युक्त करने की प्रक्रिया में भी योगी सरकार आगे बढ़ रही है। इसी तरह उत्तर प्रदेश सरकार ने सीएम मॉडल कंपोजिट स्कूल योजना शुरू की है, जिसके तहत प्री प्राइमरी से 12वीं कक्षा के बच्चों के लिए मॉडल कंपोजिट स्कूल खोले जा रहे हैं। वहीं पुराने स्कूलों के भवनों का पुनर्निर्माण एवं स्कूलों के सौंदर्यीकरण के लिए अलंकार योजना भी योगी सरकार ने शुरू की है।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में जिस तरह की चुनौतियां उत्तर प्रदेश की है, हिमाचल में भी कमोबेश इसी तरह की चुनौतियां हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल के स्कूलों में भी बच्चों की संख्या कम हुई है। इस तरह कुछ अन्य चुनौतियां भी हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की अगुवाई वाली प्रदेश सरकार इन चुनौतियों से निपटने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में शैक्षणिक स्तर सुधारने के लिए क्लस्टर सिस्टम लागू किया गया है। इसी तरह स्कूलों में पर्याप्त संख्या में शिक्षकों की तैनाती सहित कई अहम कदम भी उठाए जा रहे हैं।