हिमाचल में सामान्य वर्ग आयोग को लेकर घमासान, शिमला में पत्थराव

सवर्ण समाज से जुड़े लोग शिमला में विधानसभा का घेराव करने के लिए जब संकटमोचन के पास पहुंचे तो प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच टकराव हो गया।
 

हिमाचल प्रदेश में सवर्ण समाज एक बार फिर सड़कों पर उतर आया है। प्रदेश में सामान्य वर्ग आयोग के गठन की अधिसूचना के बाद तुरंत कानून की मांग को लेकर देवभूमि क्षत्रिय संगठन शिमला में प्रदर्शन कर रहा है। प्रदर्शन को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने शिमला में धारा-144 लगा दी थी, लेकिन प्रदर्शन निषेधाज्ञा को तोड़कर शिमला में पहुंच गई। सवर्ण समाज से जुड़े लोग शिमला में विधानसभा का घेराव करने के लिए जब संकटमोचन के पास पहुंचे तो प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच टकराव हो गया।

प्रदर्शनकारियों और पुलिस में जबरदस्त झपड़ हुई। इसके अलावा पत्थरबाजी भी हुई। इसमें शिमला के एएसपी सुशील कुमार सहित चार जवान घायल हो गए। उनके सिर में गंभीर चोटें आई हैं। पुलिस टीम उन्‍हें तुरंत आइजीएमसी अस्‍पताल ले गई है। हालांकि जिला प्रशासन ने राजधानी शिमला में धारा 144 लग रखी है, जिसे देखते हुए चप्पे- चप्पे पर पुलिस तैनात है। राजधानी पहुंचने से पहले प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से शिमला पहुंच रहे प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ शोघी में भिड़ंत हुई है। प्रदर्शनकारियों ने यहां पर बैरिगेट्स तोड़ डाले।

शोधी के पास प्रदर्शनकारियों ने धक्कामुक्की करते हुए बेरिकेट्स हटा दिए। तारादेवी के पास प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया गया है, जिसमें कई पुलिस कर्मी घायल भी हुए हैं। शिमला में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन ने शहरभर में एक हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए हैं। शिमला के न्यू बस स्टैंड के पास क्रॉसिंग पर मुख्य सड़क पर पुलिस नाकाबंदी कर रखी है और बेरिकेट्स लगा दिए हैं। शिमला के ओल्ड बस स्टेंड के पास क्रासिंग से छोटा शिमला और ओल्ड बस स्टेंड जाने वाले मार्ग को पुलिस ने बंद कर दिया है।