NPSEA कर्मचारी बोले-हमें कमेटी नहीं Old Pension Scheme ही चाहिए
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने वीरवार को कहा कि ओल्ड पेंशन स्कीम (Old Pension Scheme) के मुद्दे के हल के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की जाएगी। लेकिन न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ (NPSEA) ने साफ शब्दों में कहा दिया है कि उसे कमेटी नहीं बल्कि ओल्ड पेंशन स्कीम चाहिए। NPSEA के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने कहा कि अभी सूचना मिली है कि मुख्यमंत्री ने विधानसभा में पुरानी पेंशन बहाली के लिए कमेटी गठन करने की बात कही है।
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उन्होंने कहा कि समय-समय पर प्रदेश सरकार के नेता कर्मचारियों को गुमराह करते रहे हैं। कहते थे कि पुरानी पेंशन बहाल करने का निर्णय सिर्फ केंद्र सरकार ही ले सकती है, लेकिन राजस्थान स्थान ने Old Pension Scheme को लागू करने की घोषणा करके गुमराह करने वालों की पोल खोल दी है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को अब कोई कमेटी नहीं चाहिए, प्रदेश सरकार से एक ही मांग है कि पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल करे। इसके लिए कर्मचारी लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं।
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प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने कहा कि 3 मार्च को प्रदेश भर से 1 लाख कर्मचारी कर्मचारी प्रदर्शन करते हुए विधान सभा के बाहर रुकेंगे। इसके साथ ही चार मार्च को बजट तक अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे। पुरानी पेंशन बहाली को लेकर पदयात्रा 23 फरवरी से शुरू होकर 3 मार्च को विधान सभा में पहुंच रही है। तीन मार्च को सुबह 9 बजे टूटीकंडी बायपास से प्रदेश भर के कर्मचारी विधान सभा के लिए पदयात्रा करेंगे। उन्होंने कहा कि NMOPS के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ज पूरी राष्ट्रीय टीम के साथ इस धरने में हिस्सा लेंगे।
NPSEA के प्रदेश कार्यालय में किया पौधरोपण
NPSEA प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि अब नंगे पांव पदयात्रा की जाएगी। उन्होंने बताया कि पदयात्रा के आठवें दिन न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ के प्रदेश कार्यालय घनाहटी के प्रांगण में पौधरोपण किया गया। इस उद्देश्य यह था कि भविष्य में पौधे की याद ओल्ड पेंशन बहाली के आंदोलन को लेकर रहे। इसके अलावा घनाहटी से एक किलोमीटर दूर स्थित काली माता के मंदिर में हवन भी किया गया, ताकि पुरानी पेंशन बहाली का आंदोलन सफल हो सके । इस मौके पर कई कर्मचारी मौजूद रहे।