Himachal Election 2022 : हिमाचल में चुनाव प्रचार का शोर थमा, अब डोर टू डोर जाएंगे प्रत्याशी
शिमला । हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए गुरुवार शाम 5 बजे से प्रचार का शोर थम गया है। अब प्रचार थमने के बाद मतदान के दिन से पहले तक सभी प्रत्याशी बिना किसी शोर-शराबे के डोर टू डोर संपर्क करेंगे। इसी के साथ ही संबंधित विधानसभा क्षेत्र में मौजूद गैर मतदाता स्टार प्रचारकों और राजनीतिक हस्तियों का बाहर जाना शुरू हो गया है। प्रचार के अंतिम दिन सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस से लेकर निर्दलीय प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंकी।
उधर साइलेंट प्रचार के दौरान मतदाताओं को किसी भी तरह के प्रलोभन या भय के जरिये प्रभावित करने की कोशिशों पर अंकुश लगाने के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सभी चुनाव वाले जिलों के उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों और रिटर्निंग अधिकारियों के अलावा ऑब्जर्वरों को विशेष निगरानी करने और सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। चुनाव प्रचार संपन्न होने के साथ ही गुरुवार से दूरदराज के इलाकों में पोलिंग पार्टियां रवाना होना शुरू हो गई हैं। वहीं, 10 नवंबर शाम 5 बजे से 12 नवंबर की शाम 5 बजे तक शराब की बिक्री पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
413 प्रत्याशी चुनाव मैदान में
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए हिमाचल प्रदेश के 68 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 413 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। 12 नवंबर को होने वाले चुनाव में इनके भविष्य का फैसला होगा। प्रदेश भर में 7881 मतदान केंद्रों में मतदान होगा। 8 दिसंबर को नतीजे घोषित होने हैं।
5507261 मतदाता वोट डाल सकेंगे
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार 5507261 मतदाता वोट डाल सकेंगे। निर्वाचन आयोग ने फोटोयुक्त मतदाता सूची को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया पूरी कर ली है। 18-19 साल के 69,781 मतदाता वोट डालेंगे। यानी ये नए वोटर होंगे। इनकी प्रतिशतता 46 से बढ़कर अब 75 फीसदी हो गई है। मतदाताओं का लिंग अनुपात 978 से बढ़कर 981 हो गया है। वोटरों में 2780208 पुरुष, 2727016 महिला और 37 तृतीय लिंग मतदाता शामिल हैं। दिव्यांग मतदाताओं की संख्या बढ़कर 56001 हो गई है। इनमें 1470 की वृद्धि हुई है।
जनसंख्या का लिंगानुपात 976 की तुलना में मतदाताओं का लिंग अनुपात 978 से बढ़कर 981 हो गया है। 163925 नए मतदाता पंजीकृत किए गए हैं। 16 अगस्त 2022 को चुनाव विभाग ने मतदाता सूचियों के प्रारूप प्रकाशन के समय राज्य में 5388409 मतदाता पंजीकृत थे। फोटो मतदाता सूची के संशोधन के बाद मृत्यु, स्थानांतरण और पंजीकरण के दोहराव के कारण 45073 मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं। मतदाता सूची में 118852 मतदाताओं की वृद्धि हुई है, जो 2.21 फीसदी है। मतदाता सूची को भी अंतिम रूप से प्रकाशित कर दिया गया है। अब तक राज्य में 67532 सेवा मतदाताओं के नाम दर्ज हैं।
सुलह में सबसे ज्यादा, लाहौल में सबसे कम मतदाता
कांगड़ा जिले के सुलह विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 104486 मतदाता हैं। लाहौल और स्पीति विधानसभा क्षेत्र में सबसे कम 24,744 मतदाता हैं। सभी मतदाता सूचियां वोटर हेल्पलाइन मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से सूची में पंजीकृत अपने नाम का निरीक्षण कर सकते हैं। यदि सूची में उनका नाम नहीं है या बदलाव की आवश्यकता हो तो फार्म-6 और फार्म-8 के माध्यम से सुधार किया जा सकता है।
विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया 10 दिसंबर को पूरी होगी। लोगों की सुविधा के लिए राज्य चुनाव अधिकारी के कार्यालय में टोल फ्री नंबर 1800-332-1950 रहेगा। जिलों के लिए टोल फ्री नंबर 1950 है। विधानसभा चुनाव में करीब 13000 इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का इस्तेमाल किया जाएगा।
विधानसभा चुनाव के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात
विधानसभा चुनाव के चलते राज्य आपदा प्रबंधन ने अप्रिय घटना व प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के 50 कर्मियों को लाहौल-स्पीति और चंबा जिले के जनजातीय क्षेत्रों में तैनात किया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने कहा कि जिला मुख्यालय चंबा और पांगी में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के दस-दस कर्मी, जिला मुख्यालय लाहौल-स्पीति, काजा और उदयपुर में दस-दस कर्मचारियों की तैनाती की है।
एनडीआरएफ की 14वीं बटालियन मुख्यालय जसूर (नूरपुर) के 748 कर्मी क्षेत्रीय प्रतिक्रिया केंद्र (आरआरसी) नालागढ़ के 93 कर्मी, आरआरसी मंडी से 103 कर्मी, आरआरसी रामपुर के 91 कर्मियों को भी आपदा प्रबंधन योजना के तहत उनके संबंधित क्षेत्रों में तैनात किया जा सकता है। एसडीआरएफ के मुख्यालय शिमला से तीन कर्मी, जुन्गा से 31, पंडोह से 57 और सकोह (कांगड़ा) से 70 कर्मियों को उनके संबंधित क्षेत्रों में तैनात किया जा सकता है।
टापू के बीच नाव से सत कुठेड़ा मतदान केंद्र पर पहुंची पोलिंग पार्टी
विधानसभा चुनाव के लिए 12 नवंबर को होने मतदान के लिए सभी पोलिंग पार्टियां वीरवार को वजीर राम सिंह कॉलेज, देहरी से अपने-अपने स्थानों के लिए रवाना हो गई हैं। निर्वाचन अधिकारी (एसडीएम) विश्रुत भारती ने बताया कि सभी 112 पोलिंग पार्टियों को ईवीएम, वीवीपैट तथा अन्य चुनाव सामग्री सहित अपने-अपने पोलिंग स्टेशन के लिए निगम की स्पेशल बसों से भेजा किया गया है।
उन्होंने बताया कि पौंग जलाशय के बीच टापू पर स्थित 106-सत कुठेड़ा मतदान केंद्र के लिए पोलिंग पार्टी को कड़ी सुरक्षा के बीच नाव से भेजा गया, जो कि अपने गंतव्य पर पहुंच चुकी है। सभी के ठहरने, खान-पान, शुद्ध पेयजल तथा शौचालय आदि जैसी जरूरी सुविधाओं के प्रशासन द्वारा विशेष इंतजाम किए गए हैं। मतदान के लिए प्रशासन द्वारा सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।