शहर के समीप तैनात नहीं होंगे नए शिक्षक, व्यवस्था बदलने की जरूरत : रोहित ठाकुर

सिंगल टीचर वाले स्कूलों में 1,028 टीजीटी और 1,132 जेबीटी शिक्षकों को पहली नियुक्ति दी जाएगी। वर्तमान में प्रतिनियुक्तियों या अस्थायी शिक्षकों के सहारे हिमाचल प्रदेश के 400 स्कूल चल रहे हैं। ऐसे में व्यवस्था बदलने की जरूरत है। चुनाव आचार संहिता के चलते भर्तियां रुकी हुई थीं।
 

शिमला ।   शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि शहरों के आसपास वाले स्कूलों में नए शिक्षकों को नियुक्त नहीं किया जाएगा। सिंगल टीचर वाले स्कूलों में 1,028 टीजीटी और 1,132 जेबीटी शिक्षकों को पहली नियुक्ति दी जाएगी। वर्तमान में प्रतिनियुक्तियों या अस्थायी शिक्षकों के सहारे हिमाचल प्रदेश के 400 स्कूल चल रहे हैं। ऐसे में व्यवस्था बदलने की जरूरत है। राज्य सचिवालय में मीडिया से बात करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि बैचवाइज आधार पर जल्द ही शिक्षकों की नियुक्तियां की जाएंगी।

चुनाव आचार संहिता के चलते भर्तियां रुकी हुई थीं। सभी चयनित शिक्षकों को पहली नियुक्ति के संदर्भ में सूचित कर दिया है। शिक्षकों के युक्तिकरण की शुरुआत उन्होंने अपने विधानसभा हलके जुब्बल कोटखाई से की थी। जहां पर बच्चे कम थे और शिक्षक ज्यादा थे, ऐसे स्कूलों से शिक्षकों को बदला गया। कहीं पर स्कूलों को भी मर्ज किया गया था। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कई स्कूल ऐसे हैं, जहां पर एक ही टीचर है। कुछ स्कूलों में शिक्षक ही नहीं हैं, ऐसी जगहों पर वैकल्पिक व्यवस्था के तहत शिक्षकों को तैनात किया गया है। पूर्व सरकार ने स्कूल खोले व अपग्रेड किए, लेकिन शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की। सरकार छह हजार शिक्षकों के पद भर रही है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में तीन हजार स्कूल ऐसे भी हैं, जिनमें केवल एक-एक ही शिक्षक तैनात हैं। पूर्व की भाजपा सरकार में 600 स्कूल ऐसे थे, जो बिना शिक्षक के थे। करीब चार हजार स्कूल सिंगल टीचर के सहारे थे। शिक्षक भर्ती से जुड़े मामले कोर्ट में विचाराधीन होने के चलते नियुक्तियां नहीं हो पा रही थीं। शिक्षा विभाग ने युक्तिकरण की प्रक्रिया शुरू की। इसके अलावा शिक्षकों की डेपुटेशन को भी रद्द कर दिया गया है।