विश्व के सबसे ऊंचे चिचम पुल की फिर से होगी टायरिंग

पर्यटकों की भारी आवाजाही होने से सबसे ऊंचे पुल की उखड़ी  थी टायरिंग
 

काजा ।   विश्व का सबसे ऊंचा 14 हजार फुट की ऊंचाई पर सांबा - लांबा नाले पर निर्मित चिचम पुल देश दुनिया के पर्यटकों का केंद्र बना हुआ है ।   गर्मियों के दिनों में देश-विदेशों से आने वाले पर्यटकों को दुनिया का सबसे ऊंचा चिचम पुल जिसे जिला लाहौल स्पीति के लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्मित किया हुआ है , स्पीति के इस पर्यटन स्थल दूर दूर से पर्यटकों को अपनी ओर खींच लाता है।

जिला लाहौल स्पीति को यूं तो शीत मरुस्थल के नाम से भी जाना जाता है । सर्दियों के मौसम में छः माह बर्फ से ढकने तथा गर्मियों के दिनों में पर्यटकों   के वाहनों की बढ़ती आवाजाही के कारण विश्व के सबसे ऊंचे पुल काफी व्यस्त होने से वहां अधिक समय तक टायारिंग का टिकना मुश्किल भी रहता है। स्पीति के नौजवान तेनजिन तनपा नाम के युवा ने  यह फोटो  और जानकारी देते हुए कहा कि विश्व के सबसे ऊंचे पुल की टायरिंग उखड़ चुकी है ।
  उधर लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता टशी ज्ञामजों ने कहा कि  इस पुल की टायारिंग फिर से नई तरह से की जाएगी । उन्होंने कहा कि पर्यटकों की अधिक व्यस्तता के चलते टायारिंग निकल जाती है । उन्होंने यह भी कहा कि यह क्षेत्र बर्फ से काफी समय तक सर्दियों में ढका होने के कारण भी टायारिंग लोहे की सीटों से उखड़ जाती है।