Shrikhand Yatra : इस दिन से शुरू होगी श्रीखंड महादेव यात्रा, ऑनलाइन पंजीकरण शुरू
कुल्लू। अमरनाथ से भी कठिन मानी जानी वाली उत्तर भारत की धार्मिक यात्राओं में शुमार श्रीखंड महादेव यात्रा इस बार 14 जुलाई से शुरू होने जा रही है। यह यात्रा 27 जुलाई तक चलेगी। इसके लिए वीरवार यानी आज से ही ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। यात्रा के दौरान इस बार यात्रियों को शॉर्टकट से जाने पर प्रतिबंध रहेगा। यानी यात्री शॉर्टकट रास्तों से सफर नहीं कर सकेंगे। यात्रा के सफल आयोजन के लिए बुधवार को उपायुक्त तोरुल एस रवीश की अध्यक्षता में रूपरेखा तैयार की गई।
बुधवार को श्रीखंड महादेव यात्रा ट्रस्ट की बैठक समिति हॉल निरमंड में हुई। बैठक की अध्यक्षता श्रीखंड महादेव यात्रा ट्रस्ट की अध्यक्ष एवं उपायुक्त कुल्लू तोरुल एस रवीश ने की। उपायुक्त ने अधिकारियों, यात्रा ट्रस्ट के सदस्यों और चायल, जुआगी के टेंट व्यापारियों के साथ श्रीखंड यात्रा को लेकर चर्चा की। बैठक में निर्णय लिया कि इस बार यात्रा 14 से 27 जुलाई तक चलेगी। प्रशासन यात्रा की तैयारियों में जुट गया है।
यात्रा ट्रस्ट अध्यक्ष ने बताया कि इस बार यात्रा को पांच सेक्टरों में बांटा गया है। इसमें सिंहगाड, थाचड़ू, कुनशा, भीम ड्वार और यात्रा के अंतिम बेस कैंप पार्वती बाग में प्रशासन द्वारा बेस कैंप स्थापित किए जाएंगे। इसमें सेक्टर मजिस्ट्रेटों और उनके साथ पुलिस अधिकारी, इंचार्ज की नियुक्ति की जाएगी। इन बेस कैंपों में मेडिकल स्टाफ, राजस्व और रेस्क्यू टीम तैनात रहेगी। इस वर्ष यात्रा में पहली बार बचाव दल एसडीआरएफ की यूनिट को यात्रा के अंतिम बेस कैंप पार्वती बाग में तैनात किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए श्रीखंड यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण पोर्टल बनाया गया है, इसमें ऑनलाइन पंजीकरण के लिए वीरवार से पोर्टल खोल दिया जाएगा। पार्बतीबाग से ऊपर जो शॉट कट रास्ते बीते वर्ष श्रद्धालुओं द्वारा बनाए गए थे, उन्हें इस बार सुरक्षा की दृष्टि से बंद किया जाएगा। इसके अलावा अधिकारियों को रास्तों को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं।
32 किलोमीटर की पैदल यात्रा
यह यात्रा हिमाचाल प्रदेश के बेस गांव जौन से शुरु होती है। श्रीखंड महादेव 18570 फीट ऊंचाई पर स्थित है, यहां पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को लगभग 32 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी पड़ती है। इस यात्रा को अमरनाथ यात्रा से भी कठिन माना जाता है। श्री खंड यात्रा में 15 साल से कम आयु के व्यक्ति शामिल नहीं हो सकते हैं।