पालमपुर में छिड़ी जुबानी जंग, विधान सभा अध्यक्ष ने पूर्व विधायक को दी यह नसीहत
पालमपुर। पालमपुर में सियासी हलचल काफी तेज हो गई हैं। कोरोना एसओपी की पालना को लेकर विधानसभा अध्यक्ष और पूर्व विधायक में जुबानी जंग छिड़ गई हैं। सुलह के पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि विधानसभा अध्यक्ष पर कोरोना एसओपी का पालन नहीं कर रहे हैं। वहीं रविवार को पालमपुर में विधानसभा अध्यक्ष ने प्रेसवार्ता की। इस दौरान उन्होंने पूर्व विधायक को मर्यादा में रहकर भाषा का प्रयोग करने की नसीहत दी। कहा कि उन्होंने कार्यक्रमों में एसओपी का पूरा पालन किया है।
दरअसल पिछले कल सुलह विधान सभा क्षेत्र के पूर्व विधायक जगजीवन पाल ने पालमपुर में पत्रकारवार्ता की थी। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष पर आरोप लगाए थे कि वह कार्यक्रमों में सरकार द्वारा जारी एसओपी का पालन नहीं कर रहे। नियमों की भी धज्जियां उड़ा रहे हैं। जगजीवन पाल ने कहा था कि नगर चुनावों में भी विधानसभा अध्यक्ष ने लोगों को धमकाया है।
परमार ने पूर्व विधायक को बताया ड्रामेबाज
विधानसभा अध्यक्ष ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया। विपिन सिंह परमार ने कहा कि पूर्व विधायक ड्रामेबाज है और धरनों के शौकीन हैं। कई बार धरने कर चुके हैं। अब पूर्व विधायक को सुलह में विकास रास नहीं आ रहा है। इसके चलते वो अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं। इनके राज में तो इनके भतीजे ने भी खनन किया है और आज भी कर रहा है। विपिन सिंह परमार ने कहा कि पूर्व विधायक माफी मांग लें नहीं तो धरने के लिए तैयार रहें।
सुलह विधान सभा में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू
सुलह विधान सभा में आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है क्योंकि जहां भाजपा 2022 में मिशन रिपीट की बात कर रही है तो दूसरी और कांग्रेस ने भी कमर कस ली है। मात्र एक साल से ज्यादा का वक्त रह गया है और विधान सभा के चुनाव 2022 में होने हैं। इसके लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों में जंग छिड़ गई है।