दिल्ली से कांगड़ा के लिए सीधी हवाई सेवा शुरू, इंडिगो का विमान रोजाना भरेगा उड़ान

कांगड़ा एयरपोर्ट पर रविवार को इंडिगो का 78 सीटर विमान पहली बार उतरा, जिसमें दिल्ली से 67 यात्रियों ने कांगड़ा एयरपोर्ट तक का सफर किया, जबकि कांगड़ा एयरपोर्ट से 56 यात्रियों ने इंडिगो विमान से दिल्ली की ओर प्रस्थान किया।
 

धर्मशाला। देश की राजधानी दिल्ली से हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला के बीच हवाई यात्रा करने वालों के लिए एक अच्छी खबर है। एयरलाइन कंपनी इंडिगो ने दिल्ली और हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला के बीच सीधी उड़ानें शुरू की हैं। इंडिगो ने 26 मार्च 2023 से ही नई दिल्ली से हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला के लिए सीधी उड़ानों को शुरू किया है। 


यह विमान सेवा सप्ताह के सातों दिन कांगड़ा एयरपोर्ट के लिए सेवाएं देगी। यह उड़ान दिल्ली से सुबह 8.25 बजे कांगड़ा एयरपोर्ट पहुंचेगी और हर दिन वापस 8.50 पर दिल्ली वापस जाएगी। इंडिगो की तरफ से सीधी फ्लाइटें शुरू करने से अब धर्मशाला के लिए कनेक्टिविटी ज्यादा आसान हो जाएगी और यात्रियों का काफी समय भी बचा करेगा।


इस अवसर पर केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने दिल्ली से वचुर्अली जुड़े हुए थे, जिन्होंने कांगड़ा एयरपोर्ट के लिए पहली इंडिगो एयरलाइन दिल्ली-धर्मशाला-दिल्ली उड़ान को हरी झंडी दिखाई।

78 सीटर विमान उतरा, 67 यात्रियों ने किया सफर

कांगड़ा एयरपोर्ट पर रविवार को इंडिगो का 78 सीटर विमान पहली बार उतरा, जिसमें दिल्ली से 67 यात्रियों ने कांगड़ा एयरपोर्ट तक का सफर किया, जबकि कांगड़ा एयरपोर्ट से 56 यात्रियों ने इंडिगो विमान से दिल्ली की ओर प्रस्थान किया।

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश में इंडिगो कनेक्टिविटी की सुविधा के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इंडिगो पहाड़ी राज्य में बिना फ्लाइट के सही मायने में राष्ट्रीय एयरलाइन नहीं बन सकती थी। एक बड़े हवाई अड्डे की मांग करते हुए अनुराग ने कहा कि वर्तमान में पूरे भारत से हिमाचल आने वाले यात्रियों को दिल्ली जाना पड़ता है और फिर राज्य के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट पकड़नी पड़ती है। एक बड़ा हवाई अड्डा यात्रियों को सीधी निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।

हवाई चप्पल वाले भी हवाई जहाज में कर रहे यात्रा

अनुराग ठाकुर ने देश में हवाई अड्डों से संबंधित बुनियादी ढांचे के तेजी से विस्तार का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दिया। उन्होंने कहा कि बहुत ही कम समय में हवाई अड्डों की संख्या 74 से बढ़कर 140 से अधिक हो गई है। उन्होंने कहा कि उड़ान योजना के कारण हवाई चप्पल पहनने वाले लोग हवाई जहाज में यात्रा कर पा रहे हैं।

बढ़ाई जाएगी हवाई अड्डे के रनवे की लंबाई

केन्द्रीय राज्यमंत्री जनरल वी. के. सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि धर्मशाला हवाई अड्डा 1990 में अपनी पहली उड़ान का साक्षी बना था। आगे चलकर इसके कामकाज का विस्तार हुआ और अब इसके पास 1376 मीटर लम्बा रनवे है। केन्द्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि जगह की सुविधा उपलब्ध होने पर इस रनवे की लंबाई को और बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि दलाई लामा की उपस्थिति के कारण इस हवाई अड्डे पर बहुत अधिक यातायात देखा जाता है और यह हवाई अड्डा पूरे उत्तर-पश्चिमी हिमाचल प्रदेश को हवाई संपर्क प्रदान करता है। इंडिगो की यह उड़ान और अधिक संख्या में पर्यटकों को हिमाचल लेकर आएगी जिससे राज्य के लोगों को बहुत लाभ होगा।

चार वर्षों में 200 से अधिक होंगे हवाई अड्डे

केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि नागर विमानन मंत्रालय अगले तीन से चार वर्षों के भीतर  हवाई अड्डों, वाटरड्रोम एवं हेलीपोर्ट की संख्या को बढ़ाकर 200 से अधिक करने के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में काम कर रहा है। यह प्रयास बड़े मेट्रो हवाई अड्डों के साथ-साथ देश के अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी प्रदान करने वाले दूरदराज के हवाई अड्डों को समान महत्व प्रदान करेगा।