मंत्री सरवीन चौधरी के घर के सामने भिड़े बेसहारा पशु, हादसा टला

शाहपुर। यूं तो बेसहारा पशुओं की समस्या प्रदेशव्यापी है। इसके लिए समय-समय की सरकारें कई प्रकार की योजनाएं भी बनाती हैं, लेकिन अधिकतर बार यह योजनाएं धरातल तक नहीं पहुंच पाती। अगर यह योजनाएं धरातल पर पहुंचती भी है तो इसको सही से लागू ही भी किया जाता है। बेसहारा पशुओं की समस्या अब
 

शाहपुर। यूं तो बेसहारा पशुओं की समस्या प्रदेशव्यापी है। इसके लिए समय-समय की सरकारें कई प्रकार की योजनाएं भी बनाती हैं, लेकिन अधिकतर बार यह योजनाएं धरातल तक नहीं पहुंच पाती। अगर यह योजनाएं धरातल पर पहुंचती भी है तो इसको सही से लागू ही भी किया जाता है।

 

बेसहारा पशुओं की समस्या अब हिमाचल प्रदेश में भी विकराल होती जा रही है। पहले बड़े शहरों में ये समस्या होती थी, लेकिन अब हिमाचल प्रदेश के कई छोटे बड़े शहरों में बेसहारा पशुओं की संख्या प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। विधानसभा क्षेत्र शाहपुर में भी बेसहारा पशुओं का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। मंडी पठानकोट नेशनल हाईवे में सैकड़ों जगह बेसहारा पशु झूंड बनाकर हादसों को न्योता दे रहे हैं।

सरकार में बैठे मंत्री और विधायक इस विकराल होती समस्या के लिए उन्होंने न तो कभी विधानसभा में आवाज उठाई है और न ही इसके बारे में कभी सोचा है। बेसहारा पशु हर समय यमदूत बनकर सड़कों में बैठे रहते हैं। कई बार तो आपस में लड़ते ये पशु जानमाल को क्षति भी पहुंचा चुके हैं।

बुधवार की शाम बेसहारा पशु विधायक और कैबिनेट मंत्री के आवास के ठीक सामने लड़ते दिखाई दिए। इस दौरान वाहन चालक बड़ी मुश्किल से खुद को बचा पाए। वाहन चालक की सूझबूझ के चलते ये हादसा होने से टला। अब यहां ये प्रश्न उठता है कि अगर मंत्री के घर के सामने ही ये हाल है तो अन्य स्थानों में बेसहारा पशु कितना आतंक मचाते होंगे।