कांगड़ा: शादी के तीन माह बाद पैदा हुई बच्ची, कर दी जमीन में दफन
नगरोटा बगवां। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला (Kangra District) में इनसानियत को झकझोरने वाला माला सामने आया है। कांगड़ा जिला के नगरोटा बगवां क्षेत्र में शादी के तीन माह बाद महिला ने बच्ची को जन्म दे दिया। लोकलाज के डर से नवदंपति ने बच्ची को घर के पास बहने वाली पानी की कूहल में दफन कर दिया। मामला नगरोटा बगवां की पठियार पंचायत का है। मामले के सामने आने के बाद चर्चाओं को बाजार गर्म हो गया है। पुलिस ने मासूम के शव का पोस्टमार्टम करवा लिया है, ताकि यह पता चल सके कि जन्म के दौरान मासूम जीवित थी या मृत पैदा हुई थी।
मामले का खुलासा तब हुआ जब बच्ची को घर में जन्म देने के बाद महिला को ज्यादा रक्तस्राव होने पर परिजन महिला को नगरोटा बगवां के एक निजी अस्पताल (Hospital) में लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने संदेश होने पर इलाज से मना कर दिया। इस पर परिजन उसे लेकर घर आ गए। लेकिन महिला की तबीयत लगातार खराब होती जा रही थी। ऐसे में परिजनों ने उसे टांडा मेडिकल कॉलेज ले गए। डॉक्टर्स ने स्वास्थ्य बिगड़ने का कारण पूछा तो दंपती कुछ नहीं बता पाया। इस पर चिकित्सक ने पुलिस को सूचित किया।
पुलिस ने जब व्यक्ति से पूछताछ की तो उसने सारी कहानी सुना दी। व्यक्ति की बताई जगह से पुलिस ने तहसीलदार की मौजूदगी में मासूम का शव जमीन से निकाला। शव बरामद होने के बाद पुलिस ने साक्ष्य छिपाने के आरोप में दंपती के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने मासूम के शव का पोस्टमार्टम करवा लिया है, ताकि यह पता चल सके कि जन्म के दौरान मासूम जीवित थी या मृत पैदा हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पुलिस आगामी कार्रवाई करेगी। एसपी कांगड़ा डॉ. खुशाल शर्मा ने बताया कि दंपती के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
दिसंबर में हुई थी शादी
जानकारी के अनुसार लड़की की शादी नगरोटा बगवां के तहत पठियार पंचायत के युवक के साथ दिसंबर 2021 में हुई थी। यह युवक होली (चम्बा) में एक जल विद्युत परियोजना में काम करता है। फिलहाल वह इस वक्त घर आया हुआ है। बताया जा रहा है कि शादी के तीन माह बाद यानी सात मार्च को महिला ने घर में ही बच्ची को जन्म दिया। इसके बाद दंपती ने रात के अंधेरे में बच्ची को घर के समीप बहती कूहल के पास दबा दिया और शव के ऊपर बड़ा पत्थर रख दिया। ताकि किसी को इस बात का शक ना हो। इसी बीच घर में प्रसव करवाने के चक्कर में महिला को रक्तस्राव शुरू हो गया, जिससे उसकी तबीयत खराब होने लगी।