हिमाचल के 450 जंगलों में भड़की आग, 90 करोड़ की वन संपदा जलकर राख
हिमाचल प्रदेश में फायर सीजन को शुरू हुए अभी दो सप्ताह का ही समय बीता है, लेकिन हिमाचल के जंगलों में आग तेजी के साथ फैल रही है।
धर्मशाला| हिमाचल प्रदेश में फायर सीजन को शुरू हुए अभी दो सप्ताह का ही समय बीता है, लेकिन हिमाचल के जंगलों में आग तेजी के साथ फैल रही है। आग लगने के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो हिमाचल प्रदेश में वन विभाग की उस बात पर मोहर लगती नजर आ रही है जिसमें उन्होंने इस वर्ष आग लगने की घटनाओं में बढ़ोतरी होने की बात कही थी। हिमाचल में अब तक करीब 450 आग लगने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। 3209.46 हेक्टेयर वन भूमि आग लगने से प्रभावित हुई है, जबकि 89,44,895 रुपये का नुकसान आंका गया है।
हिमाचल प्रदेश में अब तक धर्मशाला में सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि कुल्लू में आग लगने की एक भी घटना दर्ज नहीं हुई है, जबकि बिलासपुर में अब तक दस मामले दर्ज हो चुके है। हिमाचल प्रदेश में अब तक करीब साढे चार सौ मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इन आग लगने के कारण जहां प्राकृतिक वन संपदा को नुकसान पहुंचा है वहीं प्लांटेशन भी आग की भेंट चढ़ गया है।
धर्मशाला सर्कल के तहत अब तक 120 मामले दर्ज हुए हैं, इसमें 467.75 हेक्टेयर भूमि प्रभावित हुई है। इसमें 337.5 हेक्टेयर प्राकृतिक व 138.06 हैक्टेयर प्लांट प्रभावित हुए हैं। इसमें करीब 13,36,200 लाख रुपये का नुकसान आंका गया है। इसके साथ बिलासपुर जिला में दस मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें कुल 52.30 हेक्टेयर भूमि प्रभावित हुई है, जिसमें 31.80 प्राकृतिक तथा 20.50 हेक्टेयर क्षेत्र प्लांटेशन प्रभावित हुआ है। इसमें करीब 73 हजार रुपये का नुकसान आंका गया है।
चम्बा जिला में 36 मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें कुल 388.66 हैक्टेयर भूमि प्रभावित हुई है। इसमें 337.55 हेक्टेयर पर प्राकृतिक तथा 51.11 हैक्टेयर भूमि पर प्लांटेशन प्रभावित हुआ है। इसमें कुल 134521 रुपये का नुकसान हुआ है। हमीरपुर में कुल 12 मामले दर्ज हुए हैं जिसमें 47.10 हैक्टेयर भूमि प्रभावित हुई है। इसमें 22.50 हैक्टेयर भूमि पर प्राकृतिक तथा 24.60 हैक्टेयर भूमि पर प्लांटेशन प्रभावित हुई है। जिसमें 2,00,500 रुपये का नुकसान आंका गया है।