हिमाचल में धरने पर बैठी जलशक्ति मंत्री की बेटी, जानें क्या है वजह
मंत्री के दामाद सरकारी ठेकेदार हैं और उन्होंने 11 करोड़ रुपये के कार्य किए हैं, लेकिन उनको विभाग की ओर से इसकी अदायगी नहीं की गई है।
हिमाचल प्रदेश के जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह की बेटी धरने पर बैठ गई हैं। मंत्री की बेटी मधु के धरने पर बैठने की वजह जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे। वजह है कि पति को काम करने के बदले में करोड़ों रुपये की अदायगी नहीं हुई है। पूर्व में मंत्री के दामाद भी धरने पर बैठ चुके हैं, लेकिन कोई कदम नहीं उठाए गए। मामला लोक निर्माण विभाग के कार्यों से जुड़ा है। दरअसल, मंत्री के दामाद सरकारी ठेकेदार हैं और उन्होंने 11 करोड़ रुपये के कार्य किए हैं, लेकिन उनको विभाग की ओर से इसकी अदायगी नहीं की गई है।
ठेकेदार पति के करीब 11 करोड़ के कार्यों की अदायगी न होने का आरोप लगाते हुए जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह की बेटी मधु भंडारी शुक्रवार को लोक निर्माण विभाग मंडल धर्मपुर के कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गईं। सुबह दस से लेकर शाम करीब छह बजे तक वह चादर बिछाकर कार्यालय के मुख्य द्वार के बाहर बैठी रहीं। रोष जताते हुए मंत्री की बेटी मधु भंडारी ने कहा कि उनके पति संजीव भंडारी ने धर्मपुर अधिशासी अभियंता लोक निर्माण मंडल धर्मपुर में करीब 11 करोड़ की सड़कों के कार्य किए हैं, लेकिन उनकी अदायगी नहीं की जा रही है।
उन्होंने कहा कि राख-ब्रेहल-सधोटी सड़क 1.70 करोड, छेज-गवाला सड़क के 1.56 करोड़, प्रौन-रांगड़ सड़क के 4.0 करोड़, ऊभक-बनेरड़ी-कांडापतन सड़क के 2.50 करोड़ के कार्य पूर्ण कर चुके हैं, जिसकी अदायगी सालों साल बीतने के बाद अभी तक नहीं हो पा रही है। अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग मंडल धर्मपुर को कई बार लिखित और मौखिक रूप से निवेदन किया गया। लेकिन कुछ नहीं हुआ। इससे तंग आकर मजबूरन लोक निर्माण विभाग मंडल धर्मपुर के कार्यालय के बाहर धरने पर बैठना पड़ रहा है।
उन्होंने धरने के दौरान चेताया कि अगर मेरे परिवार या मुझे कुछ हो जाता है तो उसके लिए लोक निर्माण विभाग जिम्मेवार होगा। कुछ समय पहले संजीव भंडारी भी अपने बिलों की अदायगी बारे अधिशासी अभियंता लोक निर्माण मंडल धर्मपुर के कार्यालय पर के प्रांगण में धरना-प्रदर्शन पर बैठे थे। लोक निर्माण विभाग मंडल के अधिशाषी अभियंता ई. जयपाल नायक ने कहा कि विभाग सभी को रूटीन में बिलों की अदायगी कर रहा है।