कांग्रेस सरकार की हिंदू विरोधी मानसिकता का खुला प्रमाण : इंद्रदत्त लखनपाल

शिमला में संजौली मस्जिद विवाद के दौरान हिंदू संगठनों और आम जनता पर हुए बर्बर लाठीचार्ज की कड़ी निंदा करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं बड़सर विस क्षेत्र के विधायक इंद्रदत्त लखनपाल ने इसे राज्य सरकार द्वारा हिंदू समाज के प्रति दिखाए गए पक्षपात और दुर्भावना का एक ज्वलंत उदाहरण करार दिया है।
 

हमीरपुर ।  शिमला में संजौली मस्जिद विवाद के दौरान हिंदू संगठनों और आम जनता पर हुए बर्बर लाठीचार्ज की कड़ी निंदा करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं बड़सर विस क्षेत्र के विधायक  इंद्रदत्त लखनपाल ने इसे राज्य सरकार द्वारा हिंदू समाज के प्रति दिखाए गए पक्षपात और दुर्भावना का एक ज्वलंत उदाहरण करार दिया है। उन्होंने इसे राज्य प्रशासन की नाकामी बताते हुए कांग्रेस सरकार पर हिंदू विरोधी मानसिकता अपनाने का आरोप लगाया।

विधायक  इंद्रदत्त लखनपाल ने कहा कि जब यह स्पष्ट है कि मस्जिद कानूनी रूप से वैध नहीं है, तो प्रशासन को निष्पक्ष और न्यायसंगत कार्रवाई करनी चाहिए थी। इसके बजाय, हिंदू संगठनों द्वारा इस अवैध मस्जिद के खिलाफ आवाज उठाने पर उन पर लाठीचार्ज किया गया, जो कि सरकार की हिंदू विरोधी नीतियों को बेनकाब करता है। यह कदम यह साबित करता है कि कांग्रेस सरकार न केवल हिंदू संगठनों के खिलाफ है, बल्कि उनकी धार्मिक भावनाओं को दबाने और कुचलने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
इस घटना ने राज्य की कांग्रेस सरकार की मंशा और उसके हिंदू विरोधी रवैये पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इंद्रदत्त लखनपाल ने इस कार्रवाई को पूर्वनियोजित षड्यंत्र बताते हुए कहा  कि यह लाठीचार्ज कोई आकस्मिक घटना नहीं थी, बल्कि एक गहरी साजिश थी, जिसके माध्यम से हिंदू संगठनों और आम जनता की आवाज़ को कुचला जा सके। इससे साफ है कि सरकार का इरादा केवल हिंदू समाज के खिलाफ है और उसकी धार्मिक स्वतंत्रता का हनन करने पर उतारू है।
सीबीआई जांच की मांग
इंद्रदत्त लखनपाल ने इस दमनकारी कार्रवाई की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने कहा  कि  इस लाठीचार्ज के आदेश किसने दिए, इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए ताकि इस षड्यंत्र के असली गुनहगारों का पर्दाफाश हो सके और दोषियों को सख्त सजा दी जा सके। उन्होंने  कहा कि यह एक ऐसा मामला है जिसे हल्के में नहीं लिया जा सकता, क्योंकि यह सीधे-सीधे धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन और राज्य द्वारा बल प्रयोग का मामला है।
हिंदू समाज से अपील
इंद्रदत्त लखनपाल ने हिंदू समाज से अपील की है कि वे इस अन्यायपूर्ण और तानाशाही कदम के खिलाफ संगठित होकर आवाज उठाएं। उन्होंने कहा, "अब समय आ गया है कि हम सब एकजुट होकर इस दमनकारी सरकार को दिखा दें कि हिंदू समाज का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस सरकार की गलत नीतियों और तानाशाही के खिलाफ हमें अपने अधिकारों की रक्षा करनी होगी।
प्रदर्शन के दौरान घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना
इंद्रदत्त लखनपाल ने प्रदर्शन के दौरान घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। उन्होंने कहा कि  मैं उन सभी लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं जो इस अन्यायपूर्ण लाठीचार्ज का शिकार हुए हैं। उनके साहस और संघर्ष को सलाम करता हूं। उनकी सुरक्षा और स्वास्थ्य हमारी प्राथमिकता है, और हम उनके साथ खड़े हैं।