Himachal : राज्यपाल ने युवाओं से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एकजुटता से योगदान देने का किया आह्वान   

वर्तमान ही बेहतर भविष्य का निर्माण करता है और युवा शक्ति स्वहित के साथ भारत की सनातन परंपरा को आत्मसात् कर सुखद भविष्य की नींव रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।  हरित आवरण में वृद्धि कर पर्यावरण की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए।  
 

शिमला । राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने युवाओं का आह्वान किया है कि पर्यावरण संरक्षण, नशा मुक्ति, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक सुरक्षा की दिशा में एकजुट होकर कार्य करें, ताकि भविष्य को सुरक्षित किया जा सके। राज्यपाल आज चंडीगढ़ में ‘टेड एक्स सुखना लेक’ आयोजन को सम्बोधित कर रहे थे। कार्यक्रम गैर-सरकारी संगठन  ‘आई एम स्टिल ह्यूमन’  एवं अन्य द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम ‘अतीत, वर्तमान और भविष्य’ विषय पर आयोजित किया गया।

शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि वर्तमान ही बेहतर भविष्य का निर्माण करता है और युवा शक्ति स्वहित के साथ भारत की सनातन परंपरा को आत्मसात् कर सुखद भविष्य की नींव रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। उन्होंने कहा कि हरित आवरण में वृद्धि कर पर्यावरण की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि नियमित रूप से पौध रोपण करें और रोपित पौधों की शिशु की तरह देखभाल करें। युवाओं को हरित आवरण बढ़ाने में अग्रदूत की भूमिका निभानी होगी। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा के लिए ऊर्जा के वैकल्पिक स्त्रोतों को अपनाया जाना आवश्यक है। सौर ऊर्जा जैसे नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण हैं।

शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि सतत विकास समय की मांग है किन्तु विकास के लिए प्रकृति का विनाश नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पृथ्वी की सुरक्षा में हम सब का हित निहित है।राज्यपाल ने कहा कि नशा आज भारत सहित समूचे विश्व की ज्वलंत समस्या बनकर उभरा है। नशे पर रोकथाम के लिए समाज को सामूहिक उत्तरदायित्व की भावना के साथ कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि मानसिक एवं शारीरिक रूप से स्वस्थ युवा ही देश की वास्तविक शक्ति है और नशे से युवाओं को बचाने के लिए जन आंदोलन बनाना आवश्यक है ।

शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि महिला सशक्तिकरण स्थाई विकास की कुंजी है। आधुनिक शिक्षा के साथ संस्कार युक्त शिक्षा युवाओं के चरित्र निर्माण का आधार है। चारित्रिक रूप से मज़बूत युवा देश की वास्तविक धरोहर हैं और ऐसे युवा ही महिला सशक्तिकरण के संवाहक हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय जीवन पद्धति का अनुसरण जहां जीवन मूल्यों को स्थापित कर वर्तमान एवं भविष्य को सुरक्षित रख सकता है, वहीं युवाओं की क्षमता विकास में भी सहायक है। उन्होंने कहा कि भारत का इतिहास गौरवमयी रहा है और हम सभी को देश के इतिहास से सीख लेकर विकास पथ पर अग्रसर होना है।

शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि देश के समग्र विकास के लिए युवाओं से अनेक अपेक्षाएं हैं। उन्होंने युवाओं को समय-समय पर आत्मनिरीक्षण कर आत्म सुधार करने का परामर्श दिया ताकि युवा अपने लक्ष्यों को प्राप्त करते हुए देश की प्रगति के सूत्रधार बन सकें। उन्होंने कहा कि युवा जीवन पथ पर सदैव संवेदनशील बने रहें और सामूहिक उत्तरदायित्व की भावना के साथ कार्य करें।  उन्होंने सामाजिक प्रगति मेंटैड एक्स जैसे मंच की भूमिका की सराहना की। उन्होेंने कहा कि विचारों का आदान-प्रदान लाभदायक बदलाव का सूत्र है।

राज्यपाल ने इस अवसर पर कार्यक्रम के विभिन्न वक्ताओं को सम्मानित भी किया। गैर सरकारी संगठन ‘आई एमस्टिल ह्यूमन’ के सह संस्थापक तथा टैड एक्स सुखना लेक के आयोजक विवेक मेहरा एवं भवप्रीत सिंह सहित अन्य पदाधिकारी, विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित वक्ता, उद्यमी, छात्र तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।