Himachal: बड़सर क्षेत्र के 44 Primary स्कूलों में पढ़ा रहा महज एक - एक शिक्षक
हमीरपुर । प्रदेश के सबसे साक्षर हमीरपुर (Hamirpur) जिले के राजकीय प्राइमरी स्कूलों (Govt primary Schools) में शिक्षकों ((Teachers) की कमी के चलते बच्चों की पढाई बाधित हो रही है। अगर बात केवल उपमंडल बड़सर (Barsar) के राजकीय प्राइमरी स्कूलों (Govt primary Schools) की करें, तो 44 स्कूल ऐसे है जिनमें महज एक-एक शिक्षक (Teacher) ही बच्चों को पढ़ा रहा है। वहीं दो स्कूल (School) ऐसे भी है जहां बच्चों को पढऩे के लिए एक भी अध्यापक स्कूलों (Teacher Schools) में तैनात नहीं है। पांचवीं कक्षा तक महज एक शिक्षक (Teacher) होने से बच्चों की पढ़ी सुचारू नहीं हो पा रही है।
बताते चलें कि प्रदेश सरकार (State Govt) हर मंच से बेहतर शिक्षा व्यवस्था की बात करती है, लेकिन बिडंबना यह है कि धरातल पर शिक्षकों की कमी के चलते बच्चों का भविष्य अंधकार में डूबता जा रहा है। ऐसा नहीं है कि बड़सर (Barsar) उपमंडल के राजकीय प्राइमरी स्कूलों (Govt primary Schools) में छात्रों की कमी है। इनमें से अधिकांश स्कूलों (Schools) में छात्रों की संख्या भी अच्छी है। इसके बाबजूद सरकार (Govt) और शिक्षा विभाग (Education Department) बच्चों के भविष्य के साथ बेहतर शिक्षा (Education) के नाम पर मात्र खिलबाड़ कर रहा है। शिक्षा विभाग (Education Department) व प्रदेश सरकार (State Govt) की इस लापरवाही से एक तरफ जहां छात्रों का भविष्य दांव पर लगा है। वहीं स्कूलों (SChools) में शिक्षक (Teacher) न होने के चलते अभिभावकों में रोष पनप रहा है।
अभिभावकों ने जल्द शिक्षकों की तैनाती न करने पर आगामी सत्र में बच्चों को इन स्कूलों में दाखिल न करने की चेतावनी दी है। अभिभावकों ने कहा कि सरकार प्रदेश में बेहतर शिक्षा देने की बात करती है, लेकिन बिना अध्याकों ((Teachers) में बच्चों को बेहतर शिक्षा कैसे मिल सकती है। उन्होंने कहा कि प्राइमरी स्कूलों (Primary Schools) से ही पढ़ाई का वेस बच्चों में बनता है, लेकिन यहां सरकार स्कूलों में शिक्षकों (Teachers) की व्यवस्था ही नहीं करवा पा रही है तो उनके बच्चों का आगे जाकर भविष्य क्या होगा।
उन्होंने सरकार व विभाग से उपमंडल बड़सर (Barsar) के स्कूलों (Schools) में शिक्षकों (Teachers) की तैनाती की मांग उठाई है, ताकि बच्चों की पढाई बाधित न हो और मजबूरन बच्चों को अन्य स्कूलों (Schools) में दाखिल करवाना पड़े। अभिभावकों ने सरकार को यहां तक चेताया है कि अगर जल्दी से जल्दी शिक्षकों (Teachers) के पद नहीं भरे जाते है, तो आने बाले विधानसभा चुनावों में इसका खामियाजा भी भुक्तने के लिए तैयार रहे।
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उधर, खंड शिक्षा अधिकारी बिझड़ी ओम प्रकाश (Om Parkash) ने बताया कि विकास खंड बिझड़ी (Bijhari) में 105 प्राइमरी स्कूल (Primary School) है, जिनमें से 44 स्कूलों में एक -एक शिक्षक (Teacher) है। जबकि दो स्कूल (School) ऐसे है जहाँ शिक्षक (Teacher) ही नहीं है। उन्होंने कहा कि स्कूलों में चल रही शिक्षकों (Teachers) की कमी के बारे में उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार जैसे ही खाली पद भर्ती है तो शिक्षकों (Teachers) की तैनाती की जाएगी।