Himachal: जिला में 58 सड़क हादसों में 18 लोगों ने गंवाई जान  

कोरोना  (Corona) काल ने बढऩे से रोका इस साल दुर्घटनाओं का आंकड़ा, पिछले साल 112 सड़क हादसों का शिकार हुई थीं 34 जिंदगियां 
 

हमीरपुर ।  बेशक सड़कों के तीखों मोड़ों पर लिखा हो कि कभी न पहुंचने से देर भली, लेकिन इसे देखकर भी कई वाहन चालक अनदेखा कर रहे हैं। इसका खामियाजा सड़क हादसे में घायल होकर या फिर जान गंवाकर भुगतान पड़ता है। हादसों में कई ताउम्र अपंगता का दंश झेलने के लिए मजबूर हो जाते हैं। बात इस वर्ष की करें तो वर्ष 2021 में सितंबर महीने के अंत मात्र नौ महीने में ही सड़क दुर्घटनाओं के 58 मामले दर्ज हुए हैं।

यानि की हमीरपुर (Hamirpur) जिला भर में 58 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं, जो कि पंजीकृत हैं। कई सड़क दुर्घटनाएं ऐसी भी हैं, जिनमें आपसी सहमति से मामले सुलझाए गए हैं। नौ महीने में हुई 58 सड़क दुर्घटनाओं में 18 लोगों की जानें गई हैं। वहीं 74 लोग सड़क दुर्घटना में घायल हो चुके हैं।  हलांकि यह आंकड़ा वर्ष 2020 के मामलों से कम रहा है। इसका मुख्य कारण कोरोना संक्रमण तथा यातायात नियमों के प्रति पुलिस की जागरूकता मानी जा रही है।


यदि बात वर्ष 2020 की करें तो बीते वर्ष हमीरपुर जिला भर में 112 सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जो कि इस साल के अब तक के आंकड़े से दोगुना है। 112 सड़क दुर्घटनाओं में जहां 34 लोगों की जान चली गई, वहीं 135 लोग घायल भी हुए हैं। यानि कि वर्ष 2020 से सितंबर 2021 तक 179 सड़क दुर्घटनाएं हमीरपुर में हो चुकी हैं। जिनमें 52 लोगों ने जिंदगी गंवाई है तथा 209 लोग घायल हो चुके हैं। सड़क हादसों का मुख्य कारण लापरवाही से गाड़ी चलाना भी रहा है। लापरवाही से गाड़ी चलाने के कारण भी कई वाहन दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं।



इसके साथ ही राह चलते लोगों को भी वाहनों ने रौंदा है। हालांकि वर्तमान वर्ष में सड़क दुर्घटनाएं वर्ष 2020 से कम हैं। इसे और कम करने के लिए पुलिस महकमा समय समय पर जागरूकता अभियान चला रहा है। यातायात नियमों की पालना सुनिश्चित करवाने के लिए अब नियमों के उल्लंघन पर कटने वाले चालान की राशि भी कई गुना बढ़ गई है। ऐसे में लोग अब यातायात नियमों की पालना सुनिश्चित करने में ही अपनी भलाई समझ रहे हैं।

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वहीं पुलिस (Police) महकमे की माने तो यदि लोग सही ढंग से यातायात नियमों का पालन करते हैं तो सड़क दुर्घटनाओं पर काफी हद तक अंकुश लग सकता है। अधिकांश सड़क दुर्घटनाएं लापरवाही के कारण ही होती हैं।