वाणिज्यिक कृषि से आय के स्त्रोत उत्पन्न करने व आजीविका कमाने में सहायक भूमिका निभाएगी कार्यशाला: अंकुश दत्त शर्मा
हमीरपुर ज़िला के पचास किसानों को एक्ट टू ट्रांसफॉर्मेशन संस्था द्वारा आयोजित कार्यशाला में टर्मरिक मैन ऑफ हिमाचल प्रदेश रिटायर्ड कर्नल पी.सी राणा ने दिया मार्गदर्शन, हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में एकीकृत, जैविक खेती एवं मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देगी एक्ट टू ट्रांसफॉर्मेशन संस्था
हमीरपुर। हमीरपुर जिला में एक्ट टू ट्रांसफॉर्मेशन संस्था द्वारा एकीकृत खेती, जैविक खेती एवं मधुमक्खी पालन विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का कांगड़ा के सहोरण में सेना से सेवानिवृत्त कर्नल पी सी राणा के सहयोग से किया गया। जिसमें हमीरपुर ज़िला के पचास किसानों ने हिस्सा लिया। किसानों को एक्ट टू ट्रांसफॉर्मेशन संस्था द्वारा आयोजित कार्यशाला में टर्मरिक मैन ऑफ हिमाचल प्रदेश रिटायर्ड कर्नल पी.सी राणा ने मार्गदर्शन किया। अंकुश दत्त शर्मा ने कहा है कि वाणिज्यिक कृषि से आय के स्त्रोत उत्पन्न करने व आजीविका कमाने में एक्ट टू ट्रांसफॉर्मेशन संस्था द्वारा सेवानिवृत कर्नल पी सी राणा के सहयोग से आयोजित कार्यशाला हमीरपुर के किसानों के लिए ज्ञान वर्धक सिद्ध होगा। उन्होंने बताया कि एक्ट टू ट्रांसफॉर्मेशन जो की एक गैर सरकारी संस्था है, हिमाचल के ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न योजनाओं द्वारा ग्रामीणों एवं किसानो के समावेशी विकास के लिए कार्य कर रही है। कर्नल पी सी राणा को टर्मरिक मैन ऑफ हिमाचल प्रदेश के नाम से भी जाना जाता है।
अंकुश ने बताया कि कर्नल राणा 43 साल तक सेना में सेवाएं देने के बाद 2007 में सेवानिवृत्त हुए, इस दौरान उन्होंने ब्लैक कैट कमांडो के रूप में भी अपनी सेवाएं प्रदान की। सेवानिवृत्त होने के बाद जब यह अपने पुश्तैनी गाँव वापस आए तो देखा कि अधिकांश कृषि योग्य भूमि खाली पड़ी हुई है एवं लोगों ने खेती करना छोड़ दिया है, युवा वर्ग भी प्रशिक्षण के अभाव एवं खेती से कोई विशेष लाभ नही होने से खेती करने में उत्साहित नही है,क्योंकि अधिकतर फसलों को जंगली जानवर ख़राब कर देते है। इसके बाद उन्होंने उन फसलों को बीजने का निर्णय किया जिनको जंगली जानवर न उजाड़े। इसी कड़ी में उन्होंने हल्दी उगाने का फैसला किया, ओर वह टर्मरिक मैन ऑफ हिमाचल के नाम से प्रसिद्ध हुए। हल्दी के ऊपर शोध करते हुए उन्होंने पाया कि भारत में कुल 36 प्रकार के हल्दी उगाई जाती है जिसमें से हिमाचल में सिर्फ 3 प्रकार की हल्दी उगाई जाती है।
इस प्रशिक्षण कार्यशाला में जिला हमीरपुर के किसानों ने टर्मरिक मैन सेवानिवृत्त कर्नल पी सी राणा से एकीकृत खेती, जैविक खेती एवं विशेषकर मधुमक्खी पालन के बारे में आयोजित विशेष सत्र में विस्तार से इस क्षेत्र के बारे में अपना ज्ञानवर्धन किया। इस दौरान उपस्थित किसानों ने उत्साहित होते हुए कृषि क्षेत्र से ही संबंधित मधुमक्खी पालन के क्षेत्र में रुचि दिखाई जो कि किसानों की आय बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वहीं एक्ट टू ट्रांसफॉर्मेशन संस्था ने निर्णय लिया कि किसानों के लिए कृषि विशेषज्ञों की देखरेख में मधुमक्खी पालन का सर्टिफिकेट आधारित प्रशिक्षण प्रदान करेगी। पी. सी राणा इसके लिए प्रशिक्षण सहयोग के साथ साथ किसानों के उत्पादों को बाज़ार उपलब्ध करवाने में भी सहयोग प्रदान करेंगे।
पी.सी. राणा पहली बार किसी संस्था से जुड़कर अपने अनुभवों को साझा करने जा रहे हैं, जिसके लिए उन्होंने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के संसदीय क्षेत्र हमीरपुर का चुनाव किया है। संस्था मधुमक्खी पालन, मुर्गी पालन, मशरूम एवं औषधीय पौधों की खेती जैसे माध्यमों से किसानों की आय बढ़ाने की ओर कार्य कर रही है।