बेसहारा बच्चों के लिए वरदान है सुख आश्रय योजना : एसडीएम

प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना’ पर चर्चा के दौरान एसडीएम ने कहा कि यह योजना बेसहारा बच्चों के लिए बहुत बड़ा वरदान साबित हो सकती है।
 

हमीरपुर ।  महिला एवं बाल विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए गठित उपमंडल स्तरीय समिति की बैठक एसडीएम अपराजिता चंदेल की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस अवसर पर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना’ पर चर्चा के दौरान एसडीएम ने कहा कि यह योजना बेसहारा बच्चों के लिए बहुत बड़ा वरदान साबित हो सकती है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए, ताकि सभी पात्र एवं जरुरतमंद बच्चों तक इसका लाभ पहुंच सके।


  एसडीएम ने कहा कि इस योजना के तहत 27 वर्ष तक के अनाथ बच्चों की रहने, खाने, शिक्षा तथा स्वास्थ्य की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार लेगी।  यदि कोई अनाथ बच्चा भूमिहीन है तो उसे घर बनाने के लिए 3 बिस्वा जमीन और 3 लाख रुपये की सहायता राशि भी प्रदेश सरकार द्वारा दी जाएगी। बैठक में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना, पोषण अभियान, आंगनवाड़ी केंद्रों की स्थिति और विभाग की अन्य योजनाओं की प्रगति की समीक्षा भी की गई।


  इस अवसर पर उपमंडल स्तरीय समिति के सचिव एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी संजय गर्ग ने सभी अधिकारियों का स्वागत किया तथा विभिन्न योजनाओं का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि नादौन खंड में 290 आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से छह माह से छह वर्ष तक के 6254 बच्चों तथा 1294 गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को पूरक पोषाहार दिया जा रहा है।

इसके अतिरिक्त बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत बेटियों के स्वास्थ्य, शिक्षा एवं उन्हें अपनी सुरक्षा के बारे में विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से जागरुक एवं सशक्त किया जा रहा है। इन सब के परिणामस्वरूप नादौन खंड में बेटियों के लिंगानुपात में व्यापक सुधार देखा गया है तथा वर्तमान में यह दर 1003 तक पहुंच गई है।