एनएच के मलबे को लेकर कोल्हूसिद्ध में इकट्ठे हुए लोग,  पांच गांव मलबे से हो रहे प्रभावित

निर्माण कंपनी  ने मनमर्जी नहीं रोकी तो सड़कों पर उतरने से नहीं करेंगे गुरेज। लोगों ने निर्माण कंपनी द्वारा फेंके जा मलबे को लेकर चिंता व्यक्त की है। राजस्व विभाग को लेकर डंपिंग साइट की फिर से डिमार्केशन करवाएगा विभाग।
 

हमीरपुर । हम विकास के विरोधी नहीं हैं लेकिन अपनी मलकियत भूमि को बर्बाद होते भी नहीं देख सकते । यह बात टौणी देवी से दो किलोमीटर दूर कोल्हूसिद्ध में एनएच निर्माण कंपनी की मनमर्जी के खिलाफ शनिवार को एकत्रित हुए लोगों ने कही। लोगों ने निर्माण कंपनी द्वारा फेंके जा मलबे को लेकर चिंता व्यक्त की है। एनएच निर्माण कंपनी द्वारा फेंका जा रहा मलबा लोगों की मलकियत भूमि में पहुंच रहा है। लोगों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यदि कंपनी मनमर्जी से बाज नहीं आती तो हकों के लिए उन्हें सड़कों पर आकर धरना प्रदर्शन करना पड़ेगा।  उधर राजस्व विभाग को लेकर डंपिंग साइट की फिर से डिमार्केशन करवाने के लिए एनएच विभाग तैयार हो गया। है। 


आपको बता दें कि निर्धारित डंपिंग साइट से नीचे कोल्हूसिद्ध मंदिर और राधा स्वामी सत्संग घर है। इसके अलावा टीका बारीं, चाहड़, ढांगू, कोहलवीं, सिसवा की मलकियत भूमि और घर भी डंपिंग साइट से कुछ दूरी पर है।  बिना किसी क्रेट वायर लगाए निर्माण कंपनी करीब 16 किलोमीटर एनएच निर्माण का मलबा कोल्हू सिद्ध में लाकर फेंक रही है। ग्राम पंचायत सिकांदर के पूर्व प्रधान सतपाल शर्मा ने बताया कि  निर्माण कंपनी को बेतरतीब मलबा फेंकने से कई बार रोका गया लेकिन कोई असर नहीं हुआ। बरसात में यह मलबा बह कर ढांगू और कोहलवी गांव में पहुंचकर बर्बादी की कहानी लिखेगा। उन्होंने कहा कि कंपनी उनकी बात सुन नहीं रही है , अब लोग मजबूरी में सड़कों पर उतरेंगे।
ग्राम पंचायत बारीं के सदस्य नरेश परमार ने कहा कि लोग विकास के विरोधी नहीं हैं लेकिन मलकियत भूमि बर्बाद होते हुए भी नहीं देख सकते। प्रशासन को इस बारे एक्शन लेना चाहिए।  इस मौके पर ग्रामीणों  रघुबीर सिंह, प्यार चंद, अमरनाथ, करतार चंद , देवव्रत शर्मा , शिव कुमार, प्रताप चंद, राजीव कुमार होशियार सिंह, संजीव कुमार, मिंटू  सुनील कुमार सन्नी इत्यादि ने प्रशासन से मांग की कि समय रहते कंपनी को लोगों की मलकियत भूमि पर मलबा फेंकने से रोका जाए।
इस बारे साइट इंजीनियर सुशील कुमार ने बताया कि शीघ्र ही राजस्व विभाग को साथ लेकर कोल्हू सिद्ध में डंपिंग साइट की फिर से डिमार्केशन करवाई जायेगी। लोगों को मलबे से कोई नुक्सान ना पहुंचे इसके लिए निर्माण कंपनी को क्रैट वायर लगाने के आदेश भी दिए गए हैं।