अब पूर्व सैनिक घर बैठे ही करवा सकते हैं ऑनलाइन पंजीकरण : खुशहाल ठाकुर
हमीरपुर । हिमाचल प्रदेश पूर्व सैनिक निगम के निदेशक मंडल की बैठक शुक्रवार को निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) खुशहाल ठाकुर (युद्ध सेवा मेडल) की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) एलसी जसवाल, कर्नल (सेवानिवृत्त) दुनी सिंह जम्वाल, पूर्व सूबेदार, सुखदेव सिंह मसारड, सैनिक कल्याण विभाग हमीरपुर के उपनिदेशक स्क्वाड्रन लीडर (सेवानिवृत्त) मनोज कुमार, निगम के सचिव हितेश लखनपाल, कृषि उपनिदेशक डॉ. पीसी सैणी और उद्योग विभाग के प्रबंधक चुनी लाल चोपड़ा भी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर ने सर्वप्रथम निगम की एक वर्ष की उपलब्धियों की जानकारी दी तथा पिछली बैठक के मदों पर लिए गए निर्णयों की पुष्टि रिपोर्ट प्रस्तुत की। बैठक के दौरान विभिन्न मदों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया। इस अवसर पर सैनिकों के कल्याण, आर्थिक उत्थान, सुरक्षा, अन्य सेवाओं पर कार्यरत कर्मियों और निगम के कर्मचारियों के हितों से जुड़े कई अहम निर्णय लिए गए।
खुशहाल ठाकुर ने कहा कि सेना में सेवाएं देने के उपरांत 35 से 40 वर्ष की आयु में घर आने वाले जवान के लिए रोजगार के अभाव में आगे का जीवन बड़ा मुश्किल हो जाता है। सरकारी नौकरियों में 15 प्रतिशत कोटे में इन सभी जवानों को अवसर नहीं मिलता है। इसलिए हिमाचल प्रदेश सरकार एवं अन्य उपक्रमों के सहयोग से सुरक्षा कर्मचारियों की संख्या को अधिक से अधिक बढ़ाने के लिए निगम लगातार प्रयास कर रही है। इसके अलावा पूर्व सैनिकों के ट्रकों को विभिन्न सीमेंट फेक्टरियों और अन्य उद्योगों में अधिक से अधिक ढुलाई कार्य दिलाने की व्यवस्था की जा रही है। खुशहाल ठाकुर ने बताया कि निगम ने प्रदेश सरकार से सभी विभागों, निगमों-बोर्डों, विश्वविद्यालयों और अन्य संस्थानों में सुरक्षा व अन्य सेवाओं के लिए पूर्व सैनिक निगम के माध्यम से ही आउटसोर्स आधार पर पूर्व सैनिकों की सेवाएं लेने का आग्रह किया है। इस संबंध में प्रदेश सरकार ने संबंधित विभागों और संस्थानों को निर्देश जारी कर दिए हैं।
खुशहाल ठाकुर ने बताया कि निगम ने जिस प्रकार ट्रक प्रचालकों की सुविधा के लिए डिमांड ऐप लांच किया है, उसी प्रकार पूर्व सैनिकों के हितों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा सेवाओं में वेबसाइट पर पंजीकरण के लिए एक लिंक भी जारी किया है। इस लिंक के माध्यम से प्रदेश के पूर्व सैनिक घर से ही अपना नाम पंजीकृत कर सकते हंै। अभी तक इसमें कुल 7131 पूर्व सैनिकों का ऑनलाइन पंजीकरण हो चुका है। कोरोना महामारी के दौरान भी निगम ने 700 से अधिक पूर्व सैनिकों को सुरक्षा कर्मी के रूप में रोजगार उपलब्ध करवाया है। कोरोना संकट के बावजूद निगम ने वर्ष 2020-21 में 9 करोड़ रुपये से अधिक का शुद्ध लाभ अर्जित किया है। जबकि 2019-20 में निगम को 7 करोड़ 41 लाख का शुद्ध लाभ हुआ था। इस अवसर पर अध्यक्ष ने निदेशक मंडल के सभी सदस्यों का आभार प्रकट किया और कहा कि राज्य सरकार और पूर्व सैनिक निगम पूर्व सैनिकों तथा उनके आश्रितों के कल्याण, विकास एवं आर्थिक उत्थान के लिए सदैव प्रयासरत रहेगी।