रेलवे के इतिहास में प्रदेश को मिले सबसे ज्यादा 1900 करोड़ को लेकर मुकेश अग्निहोत्री नहीं दिख रहे उत्साहित : अंकुश दत्त शर्मा

हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के भाजपा प्रवक्ता अंकुश दत्त शर्मा ने प्रदेश और क्षेत्र के विकास के लिए उपमुख्यमंत्री दिलचस्पी और भूमिका सकारात्मकता से निभाएं न की राजनीतिक दृष्टिकोण से बताया।  हमीरपुर ऊना रेल लाइन पर उपमुख्यमंत्री के बयान को भाजपा प्रवक्ता ने बताया आधा अधूरा।
 

हमीरपुर ।   आजतक के इतिहास में इस बार के रेलवे बजट में हिमाचल के हिस्से आये सबसे ज्यादा  लगभग 1900 करोड़ रुपयों से सबका ध्यान भ्रमित करने की कोशिश में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री हमीरपुर ऊना रेल लाइन के बजट पर जो बयान दे रहे हैं वह आधा अधूरा है। हमीरपुर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के भाजपा प्रवक्ता अंकुश दत्त शर्मा ने यह बात कही है।

उन्होंने कहा कि हमीरपुर उना रेल लाइन प्रोजेक्ट को पूरा करने की दिशा में प्रारंभिक चरणों में जो प्रक्रियाएं होनी थी वह पूरी की जा चुकी हैं जैसे कि प्रिलिमिनरी सर्वे जीओलॉजिकल सर्वे और फ़ाइनल प्रोजेक्ट रिपोर्ट अप्रूवल इत्यादि। अब वस्तुस्थिति यह है कि बिना हिमाचल प्रदेश के अपने शेयर दिए हुए, इस रेल लाइन को पूरा नहीं किया जा सकता। जैसे ही हिमाचल प्रदेश सरकार अपने हिस्से का शेयर इस प्रोजेक्ट में डालेगी वैसे ही केंद्र सरकार इस रेल लाइन का पूरा बजट उपलब्ध करवाकर इसको अति शीघ्र पूरा भी करवाएगी। 

      अंकुश दत्त शर्मा ने कहा कि इस बार के रेलवे बजट में हिमाचल प्रदेश के हिस्से आए लगभग 1900 करोड़ रुपयों में से अकेले भानुपल्ली बिलासपुर बेरी रेल लाइन के लिए ही 1000 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। क्योंकि यह रेल लाइन सामरिक दृष्टि से भी अति महत्वपूर्ण है इसलिए केंद्र सरकार भी शीघ्र अति शीघ्र इसको पूरा करना चाहती है। इसके साथ-साथ ही चंडीगढ़ बद्दी रेल लाइन के लिए 450 करोड़ और नंगल तलवाड़ा रेल लाइन के लिए भी 452 करोड़ रुपए इस बजट में दिए गए हैं।
रेलवे के क्षेत्र में हिमाचल के हिस्से आए इतने बड़े बजट प्रावधानों को लेकर उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री क्यों ज्यादा उत्साहित नहीं है यह बात राजनीतिक दृष्टिकोण से तो समझ आती है। केंद्र सरकार ने किया है और केंद्र में भाजपा की सरकार बैठी है तो उपमुख्यमंत्री उसकी बढ़ाई क्यों करेंगे। जबकि खासकर नंगल तलवाड़ा रेल लाइन का बहुत बड़ा हिस्सा उन्हीं के गृह जिला ऊना के क्षेत्र में पड़ता है। ऐसे ही हमीरपुर उना रेल लाइन प्रोजेक्ट भी उनके गृह ज़िला में ही पड़ता है और इसके साथ साथ ही प्रदेश व क्षेत्र के विकास के मद्देनजर सभी रेल लाइन के संदर्भ में उपमुख्यमंत्री की दिलचस्पी और भूमिका पूर्णता सकारात्मक रहनी चाहिए लेकिन वह इस पर राजनीतिक दृष्टिकोण अपनाए हुए हैं।