एम्स के लिए जमीन देने में प्रदेश सरकार को तीन साल, चार महीने लग गए : अनुराग ठाकुर
हमीरपुर । केंद्रीय मंत्री और हमीरपुर संसदीय सीट से भाजपा उम्मीदवार अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह कैसी सरकार है? यदि वे लंबित कार्यों को पूरा करने में सक्षम नहीं हैं, तो वे नए काम कैसे शुरू करेंगे? अनुराग ने कहा कि एम्स का प्रस्ताव 2014 में स्वीकार किया गया था, राज्य में कांग्रेस सत्ता में थी और हमने जमीन मांगी, वीरभद्र सिंह ने हमें जमीन देने में तीन साल और चार महीने लगा दिए। जब 2017 के अंत में उनकी सरकार जाने वाली थी तो जितनी जरूरत थी उसका आधी जमीन दी। जब हमारी सरकार बनी, तो कोविड के प्रकोप के बावजूद हमने एम्स का काम पूरा किया।
अनुराग ठाकुर ने कहा ने कहा कि राहुल गांधी ने माना है कि जब 60 साल तक कांग्रेस सत्ता में रही तो अनुसूचित जाति-जनजातियों, पिछड़ा वर्ग पर अत्याचार होता रहा। उनके वोट का इस्तेमाल किया गया और उनके लिए कुछ भी नहीं किया गया। ये स्वंय उन्होंने (राहुल गांधी) माना है। जब वे (राहुल गांधी) 10 साल केंद्र की सरकार में रहे, तब भी अपनी पार्टी के अध्यादेश चौराहे पर आकर फाड़ते रहे। इससे पता चलता है कि वे अपनी ही सरकार में कितना विश्वास रखते हैं।
महज हवाई फायर करने वाले हैं मुख्यमंत्री सुक्खू, जनता में खुली पोल
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की पोल खुल चुकी है। जनता को पता चल चुका है कि यह महज हवाई फायर करने वाले हैं। हमीरपुर मेडिकल कॉलेज पर मुख्यमंत्री सुक्खू लगातार झूठ बोलकर खुद ही एक्सपोज हो चुके हैं। सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में चुनावी सभा को संबोधित करने के बाद पत्रकारों के सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने ये बातें कहीं। कहा कि 1 मार्च 2014 से अब तक सुक्खू मेडिकल कॉलेज के नाम पर सिर्फ गुमराह कर रहे हैं। मोदी सरकार में 2015 में हमने जोलसप्पड़ में मेडिकल कॉलेज स्वीकृत करवाकर 174 करोड़ का बजट देकर इस प्रोजेक्ट को शुरू करवाया। 2015 में केंद्र से स्वीकृति के बावजूद 2.5 साल तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस सरकार ने इस प्रोजेक्ट को लटकाए रखा, ज़मीन तक नहीं दी। 2017 में प्रदेश में भाजपा सरकार बनी तो जमीन भी हमने उपलब्ध कराई, शिलान्यास भी हमने किया, निर्माण कार्य भी हमने ही शुरू कराया और उद्घाटन भी हम ही करेंगे।
अनुराग ठाकुर ने एएनआई को बताया कि पश्चिम बंगाल में जब भी चुनाव आते हैं, वहां बम और बंदूक के धमाके शुरू हो जाते हैं। महिलाओं के प्रति हिंसा और अत्याचार ममता बनर्जी के राज में खुलकर देखने को मिल रहा है। एक के बाद दूसरी शर्मनाक घटना घटती है और एक महिला मुख्यमंत्री के होते हुए, महिलाओं पर अत्याचार होता है। पिछली बार विधानसभा का चुनाव खत्म हुआ तो हजारों लोगों को पश्चिम बंगाल छोड़कर जाना पड़ा। क्या तृणमूल कांग्रेस इसलिए राजनीति करती है?