Hamirpur : सरला से चकमोह वाया बडडू, घंगोट सडक़ की अपग्रेडेशन का काम कछुआ गति से

 स्थानीय लोगों ने विभाग से की शिकायत, आनन फानन में पेच वर्क शुरू  
 

बड़सर।  लगभग 6 करोड़ की लागत से अपग्रेड (Upgrade) की जा रही सरला (Sarla) से चकमोह (Chakmoh) वाया बडडू, घंगोट सडक़ (Road) अब स्थानीय लोगों के साथ साथ लोक निर्माण विभाग (PWD) की गले की फाँस बन गई है। आलम यह है कि तय समय बीत जाने के बाद भी सडक़  (Road) का काम पूरा नहीं हो पाया है तथा लोग सडक़ (Road) पर बिखरी बजरी पे गिर गिर कर घायल हो रहे हैं।  काम पूरा न होता देख लोगों नें विभाग (Department)  से गुहार लगाई है कि इसे जल्द पूरा किया जाए।


बताते चलें कि लोक निर्माण विभाग (PWD) की कार्यशैली से आधा दर्जन गांवों के लोग निराश हो गए हैं। सरला (Sarla) से चकमोह (Chakmoh) बाया बडडू, घंगोट सडक़ निर्माण का कार्य किस्तों में होने के चलते ग्रामीण खफा है। पिछले वर्ष जुलाई में 8 किलोमीटर लंबी इस सडक़ (Road) मार्ग का कार्य शुरू हुआ था और  इसे 31 जून 2021 तक ख़त्म किया जाना था। पूरे टेंडर (Tender) की लागत 6 करोड़ रूपए बताई जा रही है। लेकिन आज आलम यह है कि सडक़ (Road) निर्माण अवधि भी समाप्त हो गई है, जो कि जून माह तक ही थी और अब जब तारकोल बिछाने लगी तो लोक निर्माण विभाग द्वारा बीच बीच में ही तारकोल बिछाई जा रही है। एक साथ पूरी सडक़ (Road) पर तारकोल नहीं डाली जा रही है, जिससे लोगों में रोष व्याप्त हो रहा है।

क्षेत्र के लोगों  में रवि कुमार, रजनीश, प्रवीण कुमार, विनय कुमार, अंकुर, सुभाष राठौर, रवि कानूनगो, राकेश कुमार सहित अन्यों ने कहा कि इस अधूरी सडक़  (road) पर रोज़ दूर्घनाएं हो रही हैं। शिकायत के बाद विभाग (Department)  द्वारा काफी समय से के बाद तार कोल डालना शुरू तो की, लेकिन एक साथ पूरी सडक़ पर तारकोल नहीं डाली जा रही है।

सडक़ में बीच बीच में पेच लगाकर ही काम चलाया जा रहा है, जिससे समस्या का पूरा समाधान होता नहीं दिखाई दे रहा। वहीं अगर सूत्रों की माने तो जिस ठेकेदार को ये टेंडर आमंत्रित आवंटित हुआ था। अब उस ठेकेदार के द्वारा इस सडक़ का कार्य नहीं किया जा रहा है। विभाग (Department)  द्वारा अलग से एक छोटा सा टेंडर लगाकर फिलहाल काम चलाया जा रहा है।


उधर लोक निर्माण विभाग बड़सर अधिशासी अभियंता अनिल नागपाल ने बताया कि  दुर्घटनाओं की शिकायत के बाद फिलहाल जहां पर सडक़ (Road) काफी खराब थी, वहां पर तारकोल बिछाने का कार्य शुरू हो चुका है। उन्होंने कहा कि  31 मार्च तक सारी सडक़ (Road) पर तारकोल बिछा दी जाएगी।