Hamirpur News : 30 और स्कूलों को किया जाएगा मर्ज,  इस सत्र में जिले के 26 प्राथमिक स्कूलों पर लटका ताला  

एजुकेशन हब हमीरपुर में अब प्राथमिक स्कूलों की संख्या घटकर 434 जबकि माध्यमिक स्कूलों की 108 हो गई है। कम विद्यार्थी होने से स्कूलों को अन्य जगह किया गया मर्ज, कार्यरत स्टाफ अन्य स्कूलों में  अपनी सेवाएं देगा। पांच से कम विद्यार्थी संख्या के चलते स्कूलों का किया जा रहा बंद। 
 

हमीरपुर ।  एजुकेशन हब हमीरपुर में अब प्राथमिक स्कूलों की संख्या घटकर 434 जबकि माध्यमिक स्कूलों की 108 हो गई है। नए शैक्षणिक सत्र 2024-25 में शिक्षा विभाग की ओर से जिले के 30 सरकारी स्कूलों को नजदीकी स्कूलों में मर्ज किया जाएगा। जबकि, शून्य नामांकन वाले दो प्राथमिक स्कूलों को राजकीय प्राथमिक पाठशाला खटवीं और डडवाणा गुजरां को बंद कर दिया गया है। ऐसे में अब इन 30 स्कूलों पर ताले लटक गए हैं जबकि इन स्कूलों में कार्यरत स्टाफ और विद्यार्थियों को अन्य स्कूलों में शिफ्ट कर दिया गया है।

इससे आगामी समय में विद्यार्थियों को पढ़ाई सहित अन्य गतिविधियां आयोजित करने में कोई भी परेशानी नहीं होगी। मर्ज होने वाले सरकारी स्कूलों में 26 प्राथमिक जबकि चार माध्यमिक हैं। इन सभी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या पांच से कम थी। ऐसे में शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेशों के बाद जिलास्तर पर गठित कमेटी की ओर से स्कूलों को मर्ज करने की सूची तैयार की है। प्रदेश सरकार की ओर से जारी आदेशों के बाद प्रारंभिक शिक्षा विभाग हमीरपुर की ओर से इन स्कूलों को बंद किया गया है। स्कूलों के भवनों के इस्तेमाल को लेकर रिपोर्ट उपायुक्त कार्यालय सौंपी जाएगी।

वहीं, स्कूलों में शिक्षा विभाग की ओर से दिया गया फर्नीचर मर्ज हुए दूसरे स्कूल में विद्यार्थियों के प्रयोग में लाया जाएगा। इससे विद्यार्थियों और शिक्षकों को पढ़ाई के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा है। वहीं, शिक्षा विभाग को भी स्कूलों के लिए अलग से बजट जारी नहीं करना पड़ेगा। इससे पूर्व बीते शैक्षणिक सत्र 2023-24 में जिले के 20 स्कूलों में भी कम विद्यार्थी संख्या के चलते ताला लटक चुका है। नए सत्र में 30 स्कूलों के मर्ज होने से अब एक साथ 50 सरकारी स्कूल बंद हो चुके हैं।

उधर,  उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा विभाग हमीरपुर   अशोक कुमार ने बताया कि  शिक्षा विभाग ने जिले में शून्य नामांकन वाले दो प्राथमिक स्कूलों को बंद जबकि 24 प्राथमिक और चार माध्यमिक स्कूलों को मर्ज करने के निर्णय लिया है। इन स्कूलों में कार्यरत स्टाफ को दूसरे स्कूलों में विभाग के आदेशानुसार शिफ्ट किया जाएगा ताकि स्कूलों में विद्यार्थियों को पढ़ाई करने में परेशानी न हो।