Hamirpur : हमीरपुर में कुत्तों का रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया तो नगर परिषद लगाएगी जुर्माना

नगर परिषद हमीरपुर ने लोगों से अपने पालतू कुत्तों का रजिस्ट्रेशन करवाने की अपील की थी, लेकिन उसके बावजूद भी गिने-चुने लोगों ने ही अपनी पालतू कुत्तों का रजिस्ट्रेशन नगर परिषद के पास करवाना है।
 

हमीरपुर। हमीरपुर नगर परिषद ने अपने क्षेत्र में पालतू कुत्तों के रजिस्ट्रेशन को लेकर कड़े कदम उठाने का फैसला किया है। नगर परिषद ने पहले भी शहरवासियों से अपील की थी कि वे अपने पालतू कुत्तों का रजिस्ट्रेशन नगर परिषद के पास करवाएं, लेकिन इसके बावजूद बहुत कम लोगों ने इस दिशा में कदम उठाए हैं। ऐसे में अब नगर परिषद हमीरपुर ने घोषणा की है कि वह एक विशेष टीम का गठन करेगी, जो घर-घर जाकर पालतू कुत्तों का निरीक्षण करेगी और बिना रजिस्ट्रेशन वाले कुत्तों के मालिकों पर जुर्माना लगाएगी।

रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता और जुर्माना

नगर परिषद हमीरपुर के अध्यक्ष मनोज कुमार मिन्हास ने बताया कि जो भी लोग अपने पालतू कुत्तों का रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पाए हैं, वे जल्द से जल्द यह सुनिश्चित करें। अगर निरीक्षण के दौरान किसी घर में बिना रजिस्ट्रेशन का पालतू कुत्ता पाया जाता है, तो उसके मालिक को 500 रुपए से लेकर 3000 रुपए तक का जुर्माना भरना होगा। उन्होंने आगे बताया कि परिषद जल्द ही एक कमेटी गठित करेगी, जो हर वार्ड में जाकर पालतू कुत्तों का रजिस्ट्रेशन चेक करेगी और नियमों का पालन न करने वालों पर जुर्माना लगाएगी।

कुत्तों के रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता क्यों?

पालतू कुत्तों के रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता को लेकर नगर परिषद हमीरपुर ने स्पष्ट किया है कि इसका उद्देश्य शहर में पालतू जानवरों की संख्या का सही-सही आंकलन करना है। इससे न केवल यह पता चल सकेगा कि शहर में कितने पालतू कुत्ते हैं, बल्कि पालतू कुत्तों के माध्यम से फैलने वाली बीमारियों को भी नियंत्रित किया जा सकेगा। नगर परिषद का मानना है कि बिना रजिस्ट्रेशन वाले कुत्तों की वजह से कभी-कभी अनियंत्रित स्थिति पैदा हो सकती है, जिससे स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है।

शहरवासियों को जागरूक करने की पहल

नगर परिषद के अधिकारी लोगों को जागरूक करने के लिए भी कदम उठा रहे हैं। पहले भी उन्होंने विभिन्न माध्यमों से लोगों से अपील की थी कि वे अपने पालतू कुत्तों का रजिस्ट्रेशन करवाएं, लेकिन इसके बावजूद अब तक केवल कुछ गिने-चुने लोगों ने ही इस दिशा में पहल की है। ऐसे में अब नगर परिषद ने इस प्रक्रिया को और सख्त बनाने का निर्णय लिया है।

जुर्माना वसूली और निरीक्षण के लिए बनाई जाएगी विशेष टीम

नगर परिषद ने घोषणा की है कि जुर्माना वसूली और निरीक्षण के लिए एक विशेष टीम का गठन किया जाएगा। यह टीम हर वार्ड में जाकर घर-घर निरीक्षण करेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि पालतू कुत्तों का रजिस्ट्रेशन हुआ है या नहीं। जिनके पास रजिस्ट्रेशन स्लिप नहीं मिलेगी, उन पर जुर्माना लगाया जाएगा। यह जुर्माना 500 रुपए से 3000 रुपए तक हो सकता है, जोकि कुत्ते के प्रकार, संख्या और उसकी देखरेख के आधार पर तय होगा।

समाज में अनुशासन और जिम्मेदारी की भावना

नगर परिषद हमीरपुर का यह कदम समाज में अनुशासन और जिम्मेदारी की भावना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से है। पालतू कुत्तों के मालिकों को न केवल अपने पालतू जानवरों की सुरक्षा और स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए, बल्कि नगर परिषद के नियमों का भी पालन करना चाहिए। इससे शहर में एक सुव्यवस्थित और सुरक्षित वातावरण बनेगा।