हमीरपुर जिला  में 24 घंटों में लगभग 6 करोड़ रुपये का नुक्सान : हेमराज बैरवा

उपायुक्त हेमराज बैरवा ने  बताया कि इस मॉनसून सीजन के दौरान जिले भर में कुल नुक्सान का आंकड़ा 425 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।  डीडीएमए की रिपोर्ट की अनुसार 24 घंटों के दौरान लोक निर्माण विभाग को लगभग 4.80 करोड़ रुपये, जलशक्ति विभाग को करीब एक करोड़ रुपये और विद्युत लाइनों को 50 हजार रुपये से अधिक की क्षति पहुंची है। इनके अलावा 9 मकान और 6 गौशालाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं।
 

हमीरपुर । लगातार भारी बारिश के कारण जिला हमीरपुर के विभिन्न क्षेत्रों में सडक़ों, पेयजल योजनाओं, विद्युत लाइनों, अन्य सार्वजनिक एवं निजी संपत्ति और कृषि भूमि का भारी नुक्सान हुआ है।  जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) द्वारा जारी दैनिक रिपोर्ट के अनुसार बुधवार दोपहर तक पिछले 24 घंटों के दौरान ही जिले भर में 6 करोड़ रुपये से अधिक की क्षति की जानकारी प्राप्त हुई है।

इसके अलावा जगह-जगह भारी भूस्खलन और जलभराव से हुए नुक्सान का भी आकलन किया जा रहा है।  डीडीएमए की रिपोर्ट की अनुसार 24 घंटों के दौरान लोक निर्माण विभाग को लगभग 4.80 करोड़ रुपये, जलशक्ति विभाग को करीब एक करोड़ रुपये और विद्युत लाइनों को 50 हजार रुपये से अधिक की क्षति पहुंची है। इनके अलावा 9 मकान और 6 गौशालाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं।


  उपायुक्त एवं डीडीएमए के अध्यक्ष हेमराज बैरवा ने बताया किने बताया किने बताया कि इस मॉनसून सीजन के दौरान जिले भर में कुल नुक्सान का आंकड़ा 425 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। उन्होंने बताया कि सभी विभागों के अधिकारियों को सरकारी और निजी संपत्ति के नुक्सान के एक-एक मामले को तुरंत रिपोर्ट करने के आदेश जारी किए गए हैं तथा प्रभावित लोगों की तत्काल हरसंभव मदद की जा रही है। हेमराज बैरवा ने बताया कि अवरुद्ध सडक़ों से तुरंत मलबा हटाने और पेयजल योजनाओं एवं विद्युत लाइनों को बहाल करने के लिए पर्याप्त मशीनरी एवं लेबर लगाई गई है।


  सभी जिलावासियों से ऐहतियात बरतने की अपील करते हुए उपायुक्त ने कहा कि मौसम विज्ञान विभाग ने बुधवार और वीरवार के लिए भी हमीरपुर जिला में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसलिए, सभी जिलावासी सावधानी बरतें और खराब मौसम के दौरान घर से बाहर न निकलें। बाढ़ और भूस्खलन की आशंका वाले स्थानों से दूर रहें। अगर मकान या इसके आस-पास की जगह क्षतिग्रस्त हुई है तो वहां रहने का जोखिम न उठाएं और फिलहाल सुरक्षित स्थान के लिए शिफ्ट हो जाएं तथा स्थानीय पंचायत जनप्रतिनिधयों एवं सरकारी अधिकारियों को सूचित करें।