उपचुनाव में बड़सर विस के ताज का दारोमदार महिलाओं के हाथ में,  भाजपा व कांग्रेस उम्मीदवार के बीच कांटे की टक्कर  

बड़सर विस क्षेत्र में 87448 मतदाता हैं। जिसमें पुरूषों के मुकाबले महिलाओं की संख्या 1611 अधिक हैं। बड़सर विस क्षेत्र में महिलाओं की संख्या 44529, पुरुषों की संख्या 42918  तथा एक थर्ड जेंडर मतदाता सूची में दर्ज है। इसके अलावा बड़सर विस क्षेत्र में 1909 सर्विस वोटर हैं। बड़सर विधानसभा क्षेत्र में तीन प्रत्याशी मैदान में हैं। जिसमें भाजपा प्रत्याशी  इंद्रदत्त लखनपाल, कांग्रेस प्रत्याशी सुभाष ढटवालिया व एक निर्दलीय प्रत्याशी विशाल शर्मा शामिल हैं।
 

हमीरपुर । लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव के मद्देनजर चल रहा चुनाव प्रचार 30 मई गुरुवार शाम को थम जाएगा। विधानसभा उप चुनावी रण में प्रचार के लिए भाजपा व कांग्रेस ने खूब ताकत झोंकी है। बड़सर विधानसभा क्षेत्र में तीन प्रत्याशी मैदान में हैं। जिसमें भाजपा प्रत्याशी  इंद्रदत्त लखनपाल, कांग्रेस प्रत्याशी सुभाष ढटवालिया व एक निर्दलीय प्रत्याशी विशाल शर्मा शामिल हैं। बड़सर विधानसभा उपचुनाव में बड़सर के ताज का दारोमदार महिलाओं के हाथ में हैं। शनिवार 1 जून 2024 को मतदान करके मतदाता अपना विधायक चुनेगी। चुनाब के परिणाम 4 जून 2024 को निकलेगे।

बताते चलें कि बड़सर विस क्षेत्र में महिलाओं की संख्या अधिक है। इस क्षेत्र में 87448 मतदाता हैं। जिसमें पुरूषों के मुकाबले महिलाओं की संख्या 1611 अधिक हैं। बड़सर विस क्षेत्र में महिलाओं की संख्या 44529, पुरुषों की संख्या 42918  तथा एक थर्ड जेंडर मतदाता सूची में दर्ज है। इसके अलावा बड़सर विस क्षेत्र में 1909 सर्विस वोटर हैं। वहीं बड़सर विधानसभा क्षेत्र में 18 से 19 वर्ष के आयु वर्ग के नए युवा मतदाताओं की संख्या 2544 है। जबकि 20 से 29 वर्ष के आयु वर्ग में 14943 मतदाता हैं। 85 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग मतदाताओं की संख्या 1172 और  दिव्यांग मतदाताओं  की संख्या 783 है। 
बड़सर विधानसभा क्षेत्र में 112 पोलिंग बूथ हैं। बड़सर विधानसभा क्षेत्र में पांच मतदान केंद्रों पर केवल महिला कर्मचारी ही चुनाव प्रक्रिया को पूर्ण करवाएंगी। बड़सर विधानसभा क्षेत्र के 112 बूथों में से दांदडू, बड़सर-1, बड़सर-2, बड़सर-3 तथा बिझड़ी मतदान केंद्रों पर सिर्फ महिला कर्मचारी ही मतदान प्रक्रिया पूरी करवाएंगी। इसके अलावा बणी, जौड़े अंब, हरसौर और ब्याड़- 2 मतदान केंद्रों को आदर्श मतदान केंद्र बनाया गया है। बड़सर विधानसभा क्षेत्र के दान्दडू, चकमोह औऱ रैली जजरी के मतदान केंद्रों को संवेदनशील मतदान केंद्रों की श्रेणी में रखा गया है। आंकड़ों पर अगर गौर किया जाए तो बड़सर विधानसभा में 36 प्रतिशत राजपूत, 28 प्रतिशत ब्राह्मण, 14 प्रतिशत ओ.वी.सी व 22 प्रतिशत दलित वर्ग के वोटर हैं।
बड़सर विस क्षेत्र में 52 ग्राम पंचायतें आती हैं। इन पंचायतों में लगभग एक तिहाई पंचायतें ढटवाल क्षेत्र में पढ़ती हैं। बड़सर विधानसभा क्षेत्र के परिणामों का डिसाइडेड फैक्टर लगभग 24 पंचायतों का केंद्र ढटवाल क्षेत्र है। इस क्षेत्र पर जिस भी प्रत्याशी की पकड़ मजबूत होगी व जीत उसी के पक्ष में दर्ज होगी। ढटवाल क्षेत्र में सबसे ज्यादा मतदाता हैं व प्रत्याशी की जीत भी इसी क्षेत्र से होती है। इस बार बड़सर विस के चुनावों में काटे की टक्कर होगी। भाजपा, कांग्रेस व एक निर्दलीय प्रत्याशी अपनी अपनी जीत के लिए जोरो शोरो से घर घर जाकर मतदाताओं से वोट मांग रहे हैं। प्रत्याशियों को जीतने की चाबी इस बार महिलाओं व नए वोटरों के हाथ में होगी।  

वहीं बड़सर विधानसभा के उप चुनावों में  इस बार शराफ़त की अग्निपरीक्षा होने वाली है। एक तरह कांग्रेस को छोड़कर भाजपा के प्रत्याशी बने इंद्रदत्त लखनपाल हैं, तो दूसरी तरफ कांग्रेस ने पहली मर्तवा ढटवाल से राजपूत चेहरे सुभाष ढटवालिया को टिकट देकर चुनाव में उतारा है। इंद्र दत्त लखनपाल  शालीनता, शराफ़त व मिलनसार व्यक्तित्व के दम पर तीन बार कांग्रेस टिकट पर जीत हासिल कर चुके है, जबकि इस बार उन्हें भाजपा ने चुनाव पर उतारा है ।

वहीं सुभाष ढटवालिया को कांग्रेस ने लम्बी माथापच्ची के बाद धरती पुत्र के नाम पर राजपूत वोट को साधने के प्रयोग पर पहली मर्तवा टिकट दिया है।  सुभाष ढटवालिया का व्यक्तित्व भी  लखनपाल की तरह सरल व शराफ़त वाला है। ऐसे में अब देखना यह है कि बड़सर की जनता के सामने किसकी शराफ़त टिक पाती है। बड़सर विस क्षेत्र में इस बार भाजपा और कांग्रेस के बीच में कड़ा  मुकाबला होगा।  बड़सर विस क्षेत्र में कौन जीतता है ये उपचुनाव नतीजे के निकलने पर पत्ता लगेगा।