कोविड की चुनौती में भी 97 फीसदी स्कूलों का हुआ निरीक्षण
हमीरपुर । कोविड के कारण कभी स्कूल खुलते तो कभी बंद हो जाते रहे, मगर हमीरपुर जिला के निरीक्षण विंग ने ऑनलाईन और ऑफलाईन निरीक्षण कार्य जारी रखा। निरीक्षण के इस जज़्बे में निरीक्षण विंग को एक तरफ शिक्षक संघों का गुस्सा भी झेलना पड़ा। मगर निरीक्षण के माध्यम से शिक्षा तंत्र का सुधार करने का क्रम जारी रहा। इन अथक प्रयासों हेतु सोमवार को जिला हमीरपुर के निरीक्षण विंग के प्रिंसिपल जगदीश कौशल को सम्मानित किया गया।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मुंडखर के प्रधानाचार्य सुरेश शर्मा और स्टाफ ने जगदीश कौशल को नियमित निरीक्षण कार्य हेतु नवाजा। क्योंकि स्कूलों में मौजूद कमियों को ठीक करवाना शिक्षा सुधार और शिक्षा का स्तर बनाए रखने हेतु अहम है। अगर विभागीय अधिकारी इन कमियों पर कोई रिपोर्ट न करें और कमियां नजर अंदाज़ करेंगे तो अव्यवस्था बढ़ती जाएगी। निरीक्षण विंग ने जिला हमीरपुर के प्राथमिक, मिडल और सीनिएयर सकेंडरी के करीब 97 फीसदी स्कूल इस सत्र में निरीक्षण दायरे में लाकर अपनी पूरी ताकत शिक्षा सुधार में झोक दी।
इस क्रम में कोविड के अवकाश बड़ी बाधा बन रहे थे, मगर निरीक्षण विंग ने हर माह शेड्यूल जारी करते हुए नियमित और बिना बताए कई स्कूलों में आकस्मिक निरीक्षण भी किया। सिंगल टीचर स्कूल होने के चलते अनेकों प्राथमिक स्कूलों में संक्षिप्त निरीक्षण किया गया, ताकि पढ़ाई हेतु उनका समय बचाया जा सके।
सराहनीय कार्य कर रहे हैं जगदीश कौशल
वहीं बिझड़ी खंड की विभिन्न स्कूल प्रबंधन समितियों ने भी निरीक्षण विंग प्रिंसिपल जगदीश कौशल के कार्य की सराहना की है। एसएमसी सदस्य समर सेन, संतोष कुमारी, रीना देवी, संदीप शर्मा, अंजु कुमारी, विचित्र सिंह, देश राज कालिया, भूपेन्द्र सिंह, अमर जीत, पवन कुमार, देश राज, राज कुमार सहित अन्यों ने कहा कि स्कूलों में मौजूद कमियों को खोजना और ठीक करवाना साहसिक कार्य है जिसे विभिन्न आलोचना के बीच करना सराहनीय है।
अच्छे कार्य कर रहे शिक्षक भी नवाजे
निरीक्षण विंग हमीरपुर ने इस सत्र में बेहतरीन काम कर रहे शिक्षकों के कार्यों को शिमला में शिक्षा निदेशक के समक्ष भी प्रस्तुत किया और उन शिक्षकों को सराहना पत्र भी दिए। निरीक्षण में बेहतर साबित स्कूलों का मनोबल भी बढ़ाया गया, जिससे निरीक्षण विंग की छवि में सुधार आया।